जाम मुक्त होगा लालकुआं से ज्ञानी बॉर्डर तक सफर

14.97 किलोमीटर लंबी जीटी रोड पर खर्च होंगे 550 करोड़ रुपए, तीन चरणों होगा काम

संवाददाता @ गाजियाबाद। दिल्ली से सटे गाजियाबाद के ज्ञानी बार्डर से लालकुआं तक 14.97 किलोमीटर लंबी जीटी रोड को जाम से मुक्त करने की तैयारी पूरी कर ली गई है। केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह के निर्देश पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इस रोड पर तीन चरणों में कार्य करने का निर्णय लिया है, जिसमें 550 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस बीच सर्वे का कार्य अंतिम चरण में है। इस रोड को आधुनिक तरीके से बनाया जाएगा, जिसे भविष्य में माडल रोड के नाम से जाना जाएगा।

22 नवंबर को कविनगर रामलीला मैदान में आयोजित भाजपा के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में शामिल होने आ रहे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस प्रोजेक्ट की घोषणा कर सकते हैं। पहले चरण में लालकुआं से दौलतपुरा आरओबी के बीच का 1.80 किलोमीटर का क्षेत्र होगा, जहां पर अंडरपास बनाया जाएगा। इससे गाजियाबाद से अलीगढ़ की ओर आवागमन करने वाले वाहनों को लालकुआं पर जाम का सामना न कर अंडरपास से होकर आने-जाने की सुविधा होगाी। दूसरे चरण में दौलतपुरा आरओबी से दिल्ली गेट आरओबी तक 3.60 किलोमीटर का क्षेत्र होगा, यहां पर फ्लाइओवर का निर्माण कार्य कराया जाएगा।

इसके बीच में तहसील आफिस, आंबेडकर रोड कट, घंटाघर का क्षेत्र आएगा। जहां पर आगे दिन जाम लगता है, इससे लोगों को आवागमन में परेशानी होती है। तीसरे चरण में दिल्ली गेट आरओबी से ज्ञानी बार्डर तक 9.50 किलोमीटर का क्षेत्र होगा, जिसमें जीटी रोड को छह लेन तक चौड़ीकरण करने का कार्य किया जाएगा। यहां पर महामाया स्टेडियम के पास से दिल्ली की ओर जा रहे ग्रेड सेपरेटर को भी चौड़ा किया जाएगा। जिससे कि वाहन चालकों को आवागमन में परेशानी का सामना न करना पड़े। मेरठ तिराहे पर जीटी रोड के नीचे अंडरपास बनाया जाएगा।

जिससे कि न्यू लिंक रोड से जीटी रोड को पार कर दिल्ली-मेरठ हाईवे की ओर जोन वाले वाहन चालक बिना रुके आवागमन कर सकें। इससे मेरठ तिराहे पर जाम की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। धोबी घाट आरओबी बनने के बाद भी यातायात में बाधा बन रही माडल टाउन पुलिस चौकी हटाने का फैसला हो गया है। आरओबी बनाने वाली कंपनी ने अस्थायी केबिन बनवाया है, जो रेलवे की जमीन पर रखा जाएगा। रेलवे की ओर से जमीन देने से इन्कार करने पर यह फैसला लिया गया है। बाद में चौकी को स्थायी तौर पर शिफ्ट करने का फैसला लिया जाएगा।

चौधरी मोड़ पर भी यातायात प्रबंधन के अस्थायी इंतजाम किए जाएंगे, क्योंकि एनएचएआइ जल्द ही जीटी रोड के कायाकल्प का काम शुरू करने वाला है। तब तक बैरिकेड लगाकर विजयनगर से आने वालों को स्टेशन की ओर निकाला जाएगा। आरओबी पर जाने के लिए चौधरी मोड़ से ही रास्ता मिलेगा। वीके सिंह (केंद्रीय राज्यमंत्री) का कहना है कि जीटी रोड पर जाम की 40 साल से अधिक पुरानी समस्या का जल्द ही समाधान कर दिया जाएगा। इस रोड को तीन हिस्सों में कार्य कराया जाएगा, जिससे लोगों को आवागमन मे सुविधा हो सके।