-पति-पत्नी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
प्रमोद शर्मा @ गाजियाबाद। यह वर्तमान जीवनशैली में आ रहे बदलावों का नतीजा है या कुछ और, लेकिन जिंदगी की डोर लगातार कमजोर होती जा रही है। खासकर, युवा पीढ़ी डिप्रेशन में आकर अपने जीवन को खत्म करने पर आमादा है। जिलें लगातार हो रही संदिग्ध मौतों का मामला लगातार बढता ही जा रहा है। हालाकि ज्यादातर मामलों में आत्महत्या करने का कारण गृह क्लेश, लेनदेन या तनाव और हताशा के और भी कारण सामने आते है।
ऐसा ही एक मामला साहिबाबाद क्षेत्र का है, जहां सुबह दंपत्ति ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मौके से पुलिस को कोई सुसाइड नोट बरामद नही हुआ। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साहिबाबाद के अर्थला में सोमवार को दंपत्ति का शव घर में फांसी पर लटका मिला। मृतक डेयरी संचालक थे। मृतक का नाम मंगत पाल (58) और शीला (55) अपने परिवार के साथ रहते थे। मृतक का बेटा योगेश सुबह साढ़े आठ बजे नोएडा ड्यूटी पर चला गया था।
घर पर उनकी बेटी मधु और दो किराएदार परिवार सहित मौजूद थे। सुबह करीब 10 बजे मंगत पाल के कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो मधु ने न्यूज पेपर लेकर आवाज लगाई। कोई जवाब नही मिलने पर पड़ोसियों को इसकी सूचना दी। पड़ोसियों ने खिड़की से झांक कर देखा तो मंगत और उनकी पत्नी शीला का शव फांसी के फंदे से लटक रहा था। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं बरामद हुआ है।
एएसपी/सीओ साहिबाबाद केशव कुमार ने बताया कि पति-पत्नी के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि वे किस आर्थिक हालत से गुजर रहे थे। पूछताछ में मामला रूपए के लेन-देन को लेकर सामने आ रहा है। अभी स्वजनों की ओर से कोई शिकायत नही मिली है, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
आत्महत्या के हालांकि कईं कारण हैं, लेकिन इसका सबसे बड़ा कारण तनाव है। लोगों में तनाव से जूझने की शक्ति कम हो गई है। उनके साथ जो समस्याएं हैं वह उसका सही हल नहीं ढूंढ पा रहे हैं। जिसके कारण व्यक्ति डिप्रेशन में जा रहा है और आत्महत्या कर रहा है। महिलाओं और युवाओं में यह प्रमुख कारण हैं। इसके साथ ही युवाओं में आत्महत्या का प्रमुख कारण नशा भी है। तनाव से बचने के लिए रिश्तों में मधुरता रखें, एक-दूसरे पर विश्वास रखें।
केशव कुमार
एएसपी/सीओ साहिबाबाद