ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 5 भारतीयों का डेब्यू
टीम इंडिया को 7 साल बाद मिला लेफ्ट-ऑर्म पेसर
टीम इंडिया को 7 साल बाद कोई लेफ्ट-ऑर्म फॉस्ट बॉलर मिला है। पिछली बार फरवरी 2014 में भारतीय टीम के लिए जहीर खान ने मुकाबला खेला था। यह टेस्ट न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंग्टन में खेला गया था।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन टेस्ट में नटराजन और वॉशिंगटन सुंदर ने टेस्ट में डेब्यू किया। नटराजन टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने वाले 300वें और वॉशिंगटन 301वें टेस्ट प्लेयर बने। नटराजन को बॉलिंग कोच भरत अरुण और वॉशिंगटन को रविचंद्रन अश्विन ने डेब्यू कैप सौंपी।
भारतीय तेज गेंदबाज टी नटराजन ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वनडे और टी-20 के बाद टेस्ट में डेब्यू किया है। ऐसा करने वाले वे पहले भारतीय बन गए हैं। साथ ही टीम इंडिया को 10 साल बाद कोई लेफ्ट-ऑर्म फास्ट बॉलर भी मिल गया है।
इससे पहले दिसंबर 2010 में जयदेव उनादकट ने भारतीय टीम के लिए डेब्यू टेस्ट खेला था। हालांकि, उनादकट अब तक यही एकमात्र टेस्ट खेल सके हैं। उन्हें अब तक टेस्ट में कोई विकेट नहीं मिला। उनादकट ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन टेस्ट में डेब्यू किया था।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 5 भारतीयों का डेब्यू
मौजूदा ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 5 भारतीय खिलाड़ियों ने डेब्यू किया है। इनमें शुभमन गिल, नवदीप सैनी, मोहम्मद सिराज, टी नटराजन और वॉशिंगटन सुंदर शामिल हैं। इससे पहले 1996 में इंग्लैंड दौरे पर सबसे ज्यादा 6 भारतीय खिलाड़ियों ने डेब्यू किया था। इनमें सुनील जोशी, पारस म्हाम्ब्रे, वेंकटेश प्रसाद, विक्रम राठौर, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली शामिल थे।
अमर सिंह हैं पहले भारतीय टेस्ट प्लेयर
भारत ने 25 जून 1932 को अपना पहला टेस्ट इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। तब सीके नायडू कप्तान थे। इस लिहाज से वही भारत के पहले टेस्ट खिलाड़ी माने जा सकते हैं, लेकिन रिकॉर्डबुक में उस सीरीज के ओपनर रहे ऑलराउंडर अमर सिंह को पहला भारतीय टेस्ट क्रिकेटर माना गया। अमर सिंह को पहली टेस्ट कैप सौंपी गई थी। उनका 29 साल की आयु में उनका निधन हो गया था। उन्होंने 7 टेस्ट 292 रन बनाए थे।