बाबा साहेब के जीवन से लें प्रेरणा

IN8@गुरुग्राम….बुधवार को गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला ने भाजपा के पूर्व अध्यक्ष एवं चेयरमैन सुभाष बराला के साथ अदालत परिसर में अम्बेडकर जयंती के अवसर पर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण किया। इस मौके पर पटौदी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता समेत काफी भाजपा कार्यकर्ता व आम नागरिक भी मौजूद रहे।
बीजेपी जिला मीडिया प्रभारी अजीत यादव ने बताया कि जिला अध्यक्ष गार्गी कक्कड़ के नेतृत्व में डा. अंबेडकर की जयंती मनाई गई। पुष्प अर्पित करने वालों में जिला उपाध्यक्ष अनिल यादव, हरबीर अधाना, एससी मोर्चा के जिला अध्यक्ष रणजीत सिंह,निगम पार्षद कुलदीप यादव, धर्मवीर सिंह, कपिल दुआ,योगेंद्र सारवान, मंगतराम बागड़ी, जितेंद्र चौहान, प्रियव्रत कटारिया, देवेंद्र यादव, सुंदरलाल सरपंच, जयवीर यादव, रमेश बेनीवाल, संदीप यादव आदि मौजूद रहे। इस मौके पर विधायक सुधीर सिंगला ने कहा कि बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर ने समाज को सदा भेदभाव मिटाकर सभी को बराबरी पर लाने का काम किया। उन्होंने अपने जीवनकाल में समाज को यही संदेश दिए कि हम सबको एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए, ना कि विरोध।


हम मिलकर बेहतर समाज का निर्माण कर सकते हैं। विधायक ने कहा कि डा. अंबेडकर अपने आप में एक संस्था थे, जिन्होंने उच्च शिक्षा हासिल करने के साथ देश का संविधान बनाने में अहम भूमिका निभाई। समाज को हमेशा कुछ देने की सोच के साथ वे काम करते थे। उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर आज उनकी जयंती पर यही शपथ लेनी चाहिए कि हम उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए समाज, देश के लिए अच्छे कार्य करें। अपने जीवन का एक उद्देश्य लेकर चलें। भीमराव रामजी अंबेडकर उर्फ बीआर अंबेडकर को भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार के रूप में जाना जाता है, लेकिन वह इससे बहुत अधिक थे। उन्होंने समृद्ध परंपराओं, विभिन्न विश्वासों से देश को आजादी दिलाने की लड़ाई लड़ी। डा. अंबेडकर दो बार भारतीय संसद के ऊपरी सदन राज्य सभा में महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने वाले भारत की संसद के सदस्य बने थे। राज्यसभा सदस्य के रूप में उनका पहला कार्यकाल 3 अप्रैल 1952 से 2 अप्रैल 1956 के बीच था। उनका दूसरा कार्यकाल 3 अप्रैल 1956 से 2 अप्रैल 1962 तक आयोजित किया जाना था, लेकिन कार्यकाल समाप्त होने से पहले, 6 दिसंबर 1956 को उनका निधन हो गया।