लेखपालों ने एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार को एक ज्ञापन सौंपा



सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलंदशहर शिकारपुर : तहसील के लेखपालों ने एक ज्ञापन शिकारपुर एसडीएम अब्बास हसन नक़वी, तहसीलदार नीरज कुमार द्विवेदी, नायब तहसीलदार सुशील कुमार गुप्ता, को सौंपा ज्ञापन में कहा गया है कि 01/02/2019 से किसान सम्मान निधि योजना प्रारंभ हुई जिसमें पहले चरण में कृषि विभाग द्वारा एक सूची खाद बीज कृषि यंत्रों की सब्सिडी के लिए पंजीकृत किसानों के नाम की दी गई पात्रता के मानदंड पर जांच हेतु उक्त सूची में त्यागी पुत्र पंडित अथवा एक ही वल्दियत के साथ 10-10 काल्पनिक नाम शामिल थे ।

बैंक अकाउंट, आधार नम्बर मोबाइल नम्बर बिल्कुल फर्जी थे सूची 30 % से 60 % तक फर्जी त्रुटिपूर्ण थी त्रुटिपूर्ण पंजीकरण के लिए कृषि विभाग की कोई जिम्मेदारी फिक्स नहीं की गई और लेखपालों से इस प्रकार की सूची पर कार्य करवाया गया कृषि विभाग द्वारा जिस सूची पर 2015 से सब्सिडी जारी की जा रही थी वह अत्यधिक त्रुटिपूर्ण होने के कारण लेखपालों को नए सिरे से सर्वे करके पंजीकरण कराने के लिए निर्देश दिए गए लेखपालों ने गांवों में जाकर किसानों से डाटा बैंक पास बुक आधार कार्ड नकल खतौनी संकलित किया तथा घोषणा पत्र भरवा कर सूची तैयार की।

जिसमें किसान का नाम पिता का नाम राजस्व ग्राम भूमिका विवरण खसर खतौनी की संख्या आदि के साथ आधार कार्ड संख्या मोबाइल नम्बर बँक खाता आदि समस्त विवरण दर्ज कर पात्र अपात्र लिख कर हस्ताक्षर किए गए थे उक्त सूची के अनुसार डाटा जिला कृषि अधिकारी के पर्यवेक्षण में जनसेवा केन्द्र व अन्य विभागों के कम्यूटर सिस्टम एवं आपरेटर मंगवा कर एक सेंटर पर राजस्व कर्मियों द्वारा फीड करवाया गया था उसी आधार पर कृषि विभाग द्वारा किसान सम्मान निधि किसानों को जारी की गई ।

इस पोर्टल की लागिन आई डी कृषि विभाग के पास ही थी उक्त वृहद अभियान से छूट गये अथवा विरासत के आधार पर खतौनी में दर्ज होने वाले किसानों ने बीज गोदामों पर कम्यूटर सहायक के माध्यम से जन सेवा केंद्र पर कृषि विभाग के पोर्टल पर तथा विकास खंडों में कैम्प के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करवाए गए इन नए रजिस्ट्रर्ड किसानों का सत्यापन तहसील के माध्यम से लेखपालों से करवाया गया।

उसके बाद उन्हें कृषि विभाग द्वारा किसान सम्मान निधि की किश्त जारी की गई है मई- जून 2022 में भी एक अभियान चला कर किसान सहायक द्वारा पंचायत विभाग के पंचायत सहायक, सफाई कर्मचारी , आंगनबाड़ी आदि के सहयोग से डोर टू डोर सत्यापन किया गया है इसके बाद पूरा का पूरा काम पुनः लेखपालों से करवाया जा रहा है लेखपाल इस समय स्खसरा आनलाइन फीडिंग एवं एसैनी स्वामित्व योजना के व्यापक कार्य के साथ साथ खतौनी निर्माण अंश निर्धारण के समय बद्ध कार्यों के बोझ तले दबा हुआ आई जी आर एस समाधान दिवस जनता दर्शन व अन्य विविध संदर्भों के निस्तारण कर रहा है।

दिन में फील्ड में काम करता है और रात में खसरा व घरोंनी कम्यूटर पर फीडिंग है आर्थिक मानसिक व शारीरिक रूप से टूट चुका है ऐसे में किसान सम्मान निधि का पूरा का पूरा काम तीसरी बार करने में असमर्थ है यदि पोर्टल पर कृषि विभाग के पास लाभार्थियों की भूमि का डाटा उपलब्ध नहीं है तो फिर अब तक उन किसानों को किसान सम्मान निधि का वितरण किस आधार पर किया जा रहा है क्या इसके लिए कृषि विभाग की जिम्मेदारी फिक्स कर दी गई है कि कभी फर्जी गलत किसान डाटा के आधार पर खाद बीज कृषि यंत्रों की सब्सिडी जारी की जा रही थी तो अब बिना भूमि के डाटा के किसान सम्मान निधि का वितरण किया जा रहा है।

भारत सरकार द्वारा फील्ड सर्वे के कार्य के लिए इंसेंटिव आदि के लिए तीन किश्तों में 5 + 2.5 + 2.5 कुल दस रू प्रति लाभार्थी बजट का प्रावधान किया था । उक्त पूरा बजट कृषि विभाग डकार गया जो बार बार फर्जी त्रुटिपूर्ण डाटा के आधार पर सब्सिडी किसान सम्मान निधि का वितरण कर रहा है लेखपालों ने दो दो बार बड़े स्तर पर कार्य करने के बाद भी अब तक जिहोने वाले किसानो का सत्यापन साथ साथ किया है और भारत सरकार के इंसेंटिव प्रशासनिक बजट दस रू प्रति लाभार्थी में से एक भी रूपया तेजपातको केवल रायबरेली व बांदा जनपद को छोड़ कर किसी जनपद में भुगतान नहीं किया गया।

अनूप शर्मा सचिव 9759019341 ऐसी स्थिति में लेखपाल किसान सम्मान निधि का पूरा पूरा काम पुनः करने में असर्थ है भारत सरकार के इंसेटिव प्रशासनिक बजट दस रु प्रति लाभार्थी का भुगतान लेखपालों को किया जाए यदि पंजीकृत किसानों की सूची में से 5-10 % नाम कृषि विभाग द्वारा बिना कृषि भूमि विवरण के त्रुटिपूर्ण दर्ज सत्यापन न हो रहा हो अथवा ऐसे नाम जो 01/02/2019 के बाद कर लिए हो और कृषि विभाग द्वारा उनक खतौनी में आए हो का रजिस्ट्रेशन किया गया हो तो उनकी सूची नाम पिता का नाम भूमि का जो भी विवरण राजस्व ग्राम खसरा खतौनी संख्या उपलब्ध दो यहित किसान सहायक को देकर लेखपालों के सहयोग से कृषि भूमि का डाटा पूर्ण कराया जा सकता है।

और कृषि भूमि के आधार पर पात्र अपात्र ऐसे किसान जिनका लाम खतौनी में 01/02/20219 को अंकित था अथवा उसके बाद केवल विरासत के आधार पर अंकित हुए है पात्र होंगे शेष अपात्र का सत्यापन किया जा सकता है इतना सहयोग लेखपाल कर सकते हैं पूरा का पूरा काम पुनः नहीं कर सकते इंसेंटिव का भुगतान लेखपालों को कराने की कृपा करें ज्ञापन देने कई लेखपाल मौजूद रहे ।