-मंहगी शराब छोड़, सस्ती शराब की पेटी लेकर गये चोर
संवाददाता@ गाजियाबाद। लॉकडाउन मेें जब तक शराब और बीयर पर पाबंदी रही तो शौकीनों को शराब मिलने में तो ज्यादा दिक्कत नहीं हुई मगर जेब जरूर हल्की करनी पड़ी। शराब शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में दोगुने से लेकर चार गुने तक बेची गई। कई शराब माफियाओं के साथ शराब ठेके मालिकों ने लॉकडाउन में पूरे साल भर की कमाई कर ली। सवाल यह उठ रहा है कि प्रशासन की ओर से स्टाक चेकिंग का जो आदेश किया गया है वह कहां तक सही है। इससे पहले ही कई शराब की दुकानें खुल गईं। ऐसे में स्टाक का मिलान औचित्यहीन प्रतीत हो रहा है। यदि कहीं पर ठेके पर गड़बड़ी की गई है तो वह ठेकेदार दुकान खुलने के समय में ही अपने सभी अभिलेखों को दुरस्त कर लेता। लॉकडाउन-1 और 2 में पूरी तौर पर शराब की दुकानें बंद रहीं। जिस तरह से शहर में शराब को लेकर हो हल्ला रहा वह भी किसी से छिपा नहीं है। लोगों को दो गुने से तीन गुने रेट में शराब मिलती रही और प्रशासन भी इस बीच में आंखे मूंदे बैठा रहा। कुछ ठेकेदारों ने चोरी-छिपे ठेके से शराब बेचकर मोटी कमाई की। उस दौरान कुछ ठेकेदारों ने स्टाक का लेखा जोखा तैयार कर लिया तो कोई कर नही पाया। उसी लेखे-जोखों को दुरूस्त करने के लिए शराब चोरी का हल्ला भी उडाया दिया। ऐसा ही एक मामला कविनगर स्थित विवेकानंद नगर सिहानीगेट नासिरपुर चौकी से मात्र तीन सौै मीटर की दूरी पर नोएडा निवासी मंजू चौहान के नाम पर विवेकानंद नगर में अंग्रेजी शराब की दुकान से चोरों ने दुकान में सेंध लगाकर लाखों रूपए की शराब व नगदी चुराकर ले गयेे। लेकिन चोरों ने सिर्फ दुकान में रखी मंहगी शराब को छोड़कर मात्र 26 पेटी आरएस ब्रांड के पव्वे ले गये। अज्ञात चोर ने दरवाजे का कुंडा उखाड़कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। सुबह सेल्समैन दुकान पर पहुंचा तो घटना का पता चला। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है। कविनगर थाना प्रभारी मोहम्मद असलम ने बताया कि विवेकानंद नगर क्षेत्र में मधु चौैहान के नाम से अग्रेजी शराब की दुकान है। रात में कर्मचारी समय पर शराब की दुकान बंद कर अपने घर चले गये। थाना प्रभारी ने बताया कि दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे भी मौके से खराब पाये गए। दुकान में विभिन्न ब्रांड की मंहगी से मंहगी शराब की पेटियां थी। लेकिन दुकान से सिर्फ 26 पेटी अग्रेजी आरएस ब्रांड की शराब चोरी हुई है। शाम तक पुलिस के कई बार कहने के बावजूद तहरीर ना देने पर घटना को संदिग्ध माना जा रहा है इंस्पेक्टर कवि नगर मोहम्मद असलम का कहना है कि तहरीर अभी तक प्राप्त नहीं हुई है जांच कर आगामी कार्रवाई की जाएगी।