शराब माफिया ने हिंडन खादर की झाडिय़ों में छिपाकर रखे थे शराब से भरे ड्रम, 90 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद, 400 किलोग्राम लहन नष्ट

गाजियाबाद। अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीम ने हिंडन खादर क्षेत्र में धधक रही शराब की भट्टी को एक बार फिर समय रहते नष्ट करते हुए शराब माफिया को करीब 50 से 60 हजार रुपए को झटका दिया है। खादर में पिछले कई दशकों के दौरान दो ही तरह के लोगों ने पांव पसारे हैं, एक तो भूमाफिया और दूसरे शराब माफिया। अहम बात ये है कि भूमाफिया में अधिकांश शराब माफिया भी बन गए। पहले तो वन विभाग और राजस्व विभाग की जमीनों पर अवैध कब्जा जमाकर खेती शुरू की। उसके बाद यहां की भौगोलिक स्थिति अनुकूल पाते हुए शराब की भट्टियां लगा दीं। शुरू में इन लोगों ने अपनी जरूरत के लिए शराब बनाई। बाद में यह धंधा बन गया। शराब माफिया के इसी धंधे को जड़ से खत्म करने के लिए आबकारी विभाग की टीम हर दिन रणनीति तैयार कर कार्रवाई करती है। जब भी आबकारी विभाग की टीम दबिश देने पहुंचती है तो टीम के पहुंचने से पहले ही कच्ची शराब निर्माता अपने ठिकानों से भाग जाते हैं। भट्टी और लहन को नष्ट कर हो जाती है और आबकारी विभाग के अधिकारियों के लौटने के बाद फिर यहां भट्टियां सुलग उठती हैं।

आबकारी विभाग की टीम की लगातार कार्रवाई के चलते शराब माफिया अपने मंसूबों में कामयाब नही हो पा रहे है। भले ही वह कार्रवाई के बाद शराब बनाने के सभी सामान को एकत्रित कर भट्टी सुलगाते देते हो, मगर शराब तैयार होने से पहले ही उनकी भट्टी नष्ट कर दी जाती है। जिसमें शराब माफिया को हर बार 50 से 60 हजार रुपए का झटका लगता है। हिंडन खादर क्षेत्र समेत अन्य स्थानों पर बन रही शराब सरकारी राजस्व को चूना लगने के साथ ही सेहत के लिए भी बेहद हानिकारक है। इसके सेवन से लोगों को बचाने के लिए आबकारी विभाग कार्रवाई के साथ-साथ जागरुकता अभियान भी चलाता है। आबकारी अधिकारी के अथक प्रयास के चलते अब लोगों में जागरुकता भी देखने को मिल रही है। क्योंकि शराब माफिया पर कार्रवाई के लिए पहले आबकारी विभाग को हिंडन खादर में नजर रखने के लिए लंबी दूरी का सफर तय करना पड़ता था, मगर अब लोगों की जागरुकता से भी शराब माफिया की जड़ खोदी जा रही है। इसी का परिणाम है कि जब भी शराब माफिया सक्रिय होते है तो इसकी सूचना क्षेत्रीय लोगोंं द्वारा आबकारी विभाग को दी जाती है और आबकारी विभाग भी बिना देरी किए कार्रवाई करता है।

उत्तर प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त, उत्तर प्रदेश के आदेश के क्रम में डीएम एवं एसएसपी के निर्देशन में संयुक्त आबकारी आयुक्त मेरठ जोन मेरठ व उप आबकारी आयुक्त मेरठ प्रभार मेरठ के कुशल पर्यवेक्षण में एवं जिला आबकारी अधिकारी द्वारा अवैध शराब की बिक्री, परिवहन पर पूर्णत: अंकुश लगाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया गुरुवार सुबह सूचना मिली की हिंडन खादर क्षेत्र में कच्ची शराब का निर्माण हो रहा है। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए आबकारी निरीक्षक अनुज वर्मा की टीम गठित की गई। टीम द्वारा थाना टीला मोड़, थाना मुरादनगर एवं थाना लोनी अंतर्गत समशेरपुर, मथुरापुर, जावली, महमूदपुर, भूपखेडी, सीती आदि  हिंडन खादर क्षेत्रों पर दबिश दी गई। दबिश के दौरान लगभग 90 लीटर अवैध कच्ची शराब तथा करीब 400 किलोग्राम लहन बरामद हुआ। अवैध कच्ची शराब को कब्जे में लेकर लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया। आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत 2 अभियोग पंजीकृत किए गए।

उन्होंने बताया हिंडन खादर क्षेत्र में अवैध शराब के निर्माण पर रोक लगाने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। आबकारी निरीक्षक एवं मुखबिर तंत्र पूरी तरह से एक्टिव है। साथ ही अब क्षेत्र के लोग भी अवैध शराब के खिलाफ जागरुक हो रहे है, जो कार्रवाई में आबकारी विभाग का भी सहयोग दे रहे है। खादर क्षेत्र में दबिश के दौरान टीम को करीब एक से डेढ़ किलोमीटर पैदल जाना पड़ता है। जब तक टीम पहुंंचती है, तब तक आरोपी नहर की ओर फरार हो जाते है। जिस कारण उन्हें पकड़ पाना मुश्किल हो जाता है। लोगों की जागरूकता से ही अवैध शराब का कारोबार पूरी तरह से जल्द ही समाप्त होगा।