सुरेन्द्र भाटी@बुलंदशहर बुलंदशहर के कस्वा गुलावठी निवासी वाल्मीकि समाज के समाजसेवी प्रेमचंद महरोलिया का मंगलवार को निधन हो गया। उनके निधन की सुनकर वाल्मीकि बस्ती के लोगों में शोक की लहर दौड़ गयी । समाज सेवा में उन्होंने काफी योगदान दिया। उन्होंने समाज के लोगों को शिक्षा एवं समाज सेवा के प्रति हमेशा जागृत किया।
प्रेमचंद मेहरोलिया कोलकाता में सर्विस करते थे रिटायरमेंट होने के बाद वह गुलावठी में अपनी पुत्री के साथ रहने लगे। उनके तीन पुत्रियां हैं| कल रात 11:00 बजे उनकी मृत्यु हो गई प्रेमचंद मेहरोलिया 92 वर्ष की आयु पूरी कर चुके थे|, समाज की गतिविधियों में हिस्सा लेते थे।15 अगस्त 2020 को उन्होंने वाल्मीकि धर्मशाला परिसर में ध्वजारोहण किया था जो उनके जीवनकाल का आखिरी ध्वजारोहण रहा।
उनकी मृत्यु का समाचार सुनकर नगर के अनेकों लोगों ने और सामाजिक संस्थाओं ने शोक व्यक्त करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।प्रगतिशील बाल्मीकि संघ पदाधिकारी गण भारतीय वाल्मीकि समाज पदाधिकारी गण सफाई कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी गणों नगर के सभासद सहित सामाजिक व राजनीतिक संस्थाओं के लोगों ने उनके घर आकर शोक व्यक्त करते हुए उनको भावभीनी श्रद्धांजलि दी।