सरकार की सद्बुद्धि के लिए बर्खास्त पीटीआई टीचरों ने किया हवन-यज्ञ

बहाल नहीं किया तो कोरोना लगने से पहले ही मर जाएंगे : गांगोली
IN8 @ जींद, : जींद लघुसचिवालय के बाहर तंबू गाढ़कर पिछले 37 दिनों से सरकार को कोस रहे बर्खास्त पीटीआई टीचरों ने मंगलवार को हवन-यज्ञ कर भगवान से गठबंधन सरकार को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की। हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के राज्य प्रधान वजीर सिंह गांगोली की अध्यक्षता में दिये गए धरने के दौरान जहां सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए पंडित ने मंत्रों का उच्चारण किया, वहीं आंदोलनरत बर्खास्त टीचरों ने खरी-खोटी भी सुनाई।

धरने को वजीर सिंह गांगोली, शौर्यचक्र विजेता दिलबाग जाखड़, जिला प्रधान अनिल मलिक ने कहा कि सरकार अंधी और बहरी हो चुकी हैं। पिछले 37 दिनों से राज्यभर में हक पाने के लिए आंदोलन चल रहा हैं। यहां तक हरियाणा की लगभग तमाम खापें, पंचायतें और सामाजिक तथा कर्मचारी संगठन समर्थन कर सरकार को चेता चुके हैं। किंतु सरकार जिस तरह हठधर्मिता पर चलकर अनदेखी कर रही है, उससे संयम टूट रहा हैं। राज्य उपप्रधान वजीर गांगोली ने कहा कि पिछले दिनों जो जींद की अनाज मंडी में विस्तृत जनसभा हुई थी, उसमें लोगों का अपार समर्थन इस बात का गवाह है कि उनकी हक की लड़ाई में हर कोई साथ देने को तैयार हैं। बर्खास्त पीटीआई टीचरों को आंदोलन करने का कोई शौक नहीं हैं।

धरना और जनसभा इसलिए की गई ताकि 1983 परिवारों का गुजर-बसर हो सकें। अगर उनको बहाल नहीं किया गया तो वे लोग कोरोना लगने से पहले ही आर्थिक तंगी के कारण मर जाएंगे। इसलिए सरकार में जरा-सी भी शर्म बाकी है तो वह तुरंत साकारात्मक कदम उठाते हुए उनकी नौकरियों को बहाल करें। इस मौके पर बर्खास्त महिला टीचरों ने कहा कि कभी धूप और कभी बारिश के बीच वे धरना दे रहे है, लेकिन संवेदनहीन हो चुकी सरकार को कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा।