-योग से होता है शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास: तनूजा
-योग और आसन जीवन के विभिन्न मुद्राओं का संयोग: आशीष गौतम
गाजियाबाद। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विजय नगर स्थित प्रताप विहार पी ब्लॉक गौतम पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शुक्रवार को योग दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन बच्चों को योग के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से किया गया। बताया गया कि योग के माध्यम से शरीर के सामंजस्य को ठीक रखा जा सकता हैं। कार्यक्रम की शुरुआत ऊँ व गायत्री मंत्र के उच्चारण के साथ हुई। बच्चों को योग के बारे में विस्तार से बताते हुए योग से होने वाले शारीरिक, मानसिक एवं आत्मिक फायदों को गिनाया गया। स्कूल की प्रधानाचार्या पूनम गौतम, उपप्रधानाचार्या तनूजा, डायरेक्टर आशीष गौतम, एकडिमक हेड चेतन शर्मा ने अध्यापकगण और छात्र-छात्राओं के साथ योग किया। योगा सेशन ऑफलाइन व ऑनलाइन दोनों ही मोड द्वारा संचालित किया गया।
प्रधानाचार्या पूनम गौतम ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के बारे बताते हुए कहा इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस महिलाओं पर केंद्रित किया गया है इस साल योग दिवस 2024 की थीम है ‘योगा फॉर वुमेन एंपावरमेंट यानी महिला सशक्तिकरण के लिए योग। महिलाओं के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को केंद्र में रखते हुए, इस साल के योग दिवस थीम बनाई गई है। योग से शारीरिक शक्ति, लचीलापन, और सहनशक्ति में सुधार होता है। यह हृदय स्वास्थ्य, रक्तचाप, और श्वसन प्रणाली के लिए भी लाभकारी है। योग समर्थ और संपूर्ण विज्ञान है। संसार को ठीक करने के लिए मनुष्य को ठीक करना होगा अर्थात व्यक्ति निर्माण योग से ही संभव है। स्वस्थ रहने के लिए जीवन में योग करना आवश्यक है, क्योंकि नियमित रूप से योग करने से शारीरिक एवं मानसिक दोनों तरह का विकास होता है।
उपप्रधानाचार्या तनूजा ने कहा प्रतिदिन प्रात: काल योगाभ्यास से शारीरिक और मानसिक लाभ होता है। योग तनाव को कम करता है, बच्चों के मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक विकास के लिए फायदेमंद है। योग से शारीरिक और मानसिक एकाग्रता बढ़ती है। इससे लोगों को आंतरिक मन में झांकने तथा शारीरिक संरचना और विभिन्न अंगों को आपसी सामंजस्य के साथ कार्य करने मे बल मिलता है। वर्तमान में योग हमारी आवश्यकता बन चुकी है। इसके फायदे लोगों को आकर्षित करती है। योग के विभिन्न आसनों से शरीर के अंदर के विभिन्न अंगों की क्रियाशीलता बढ़ती है। उनके द्वारा वांछित मात्रा में ही एंजाइम का उत्सर्जन होता है। जो शरीर को संतुलित रखने में उपयोगी होता है। योग एक ऐसी विद्या है जो मनुष्य को एक ही अवस्था में घंटो बने रहने की क्षमता प्रदान करता है। जिससे शरीर के अंदर का विभिन्न अंग प्रभावित होता है। इसके साथ ही शरीर को स्वस्थ रखने के लिए विभिन्न क्रियाओं में संतुलन होता है।
डारेक्टर आशीष गौतम ने कहा योग और आसन जीवन के विभिन्न मुद्राओं का संयोग है। जिससे जाने अनजाने सभी लोगों को रूबरू होना पड़ता है। जीवन की विकृत हो रही स्थिति जिससे लोगों को विभिन्न प्रकार के बीमारियों से सामना करना पड़ता है उसके निराकरण के लिए योग सर्वथा उपयोगी है। योगाभ्यास से जहां लोगों के जीवन शैली में बदलाव हो रहा है वहीं बहुत से असाध्य रोगों से भी निजात मिल रहा है। एकेडमिक हेड चेतन शर्मा ने कहा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में व्यापक रूप से जाना जाने वाला ‘योग महोत्सव 2024 का उत्सव शुक्रवार, 21 जून को मनाया गया जो इस विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त कार्यक्रम की 10वीं वर्षगांठ है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का उद्देश्य स्वास्थ्य, आध्यात्मिक विकास और वैश्विक शांति के लिए योग को बढावा देना है और मुख्य कार्यक्रम श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र मे पीएम मोदी के नेतृत्व मे आयोजित किया गया।