आजाद हिंद फौज के 102 वर्षीय सिपाही का किया सम्मान

 IN8@फर्रुखनगर…. नेता जी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती को फर्रुखनगर क्षेत्र के गांव फाजिलपुर बादली में पराक्रम दिवस के रुप में केक काटकर धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर पटौदी की पूर्व विधायक बिमला चौधरी, किसान नेता राव मानिसंह, जिला उप प्रमुख संजीव राव, जिला पार्षद राव विजय पाल संटी, सरपंच गोविंद यादव, भीम सिंह सारवान, वाइस चेयरमैन जयंती चौधरी, पूर्व नगर पार्षद नीरु शर्मा, बीजेपी मंडल अधक्ष दौलत राम सैदपुर, जेपी मास्टर आदि सहित इलाके के गणमान्य लोगों ने आजाद हिंद फौज के सिपाही 102 वर्षीय राव परमानंद का फूलमालाओं, पगड़ी पहनाकर व शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। इस मौके पर पूर्व विधायक बिमला चौधरी, संजीव राव, राव मानसिंह, दौलतराम, राव विजय पाल, जयंती चौधरी, नीरू शर्मा, भीम सारवान, हरभजन सिंह बाजवा आदि वक्ताओं ने नेता जी सुभाष चंद्र बोस के जीवन परिचय पर प्रकाश डाला और उनके द्वारा किन कठिन हालातों में 60 हजार सैनिक की आजाद हिंद फौज तैयार करके देश की आजादी में अहम किरदार निभाया।

उन्होंने कहा कि आज का युवा नेता जी के बताये मार्ग पर चल कर देश व समाज को एकसूत्र में पिरोकर समाज में फैली कुरीतियों का विरोध करे ताकि नेता के सपनों का भारत बन सके। उन्होंने नेता की फौज में सिपाही रहे 102 वर्षीय राव परमानंद का सम्मान करते हुए कहा कि जिला गुरुग्राम के एक मात्र हिंद फौज के सिपाही है। जो इलाके के लिए गौरव की बात है। 102 वर्ष की आयु में भी वह युवाओं की भांति पूरे जोस में है। इससे युवा वर्ग को सीख लेनी चाहिए। राव परमानंद ने इस मौके पर नेता जी के साथ व्यतीत किय गए समय और अंग्रेजी हकूमत के दौरान भारतीयों पर किए गए अत्याचारों को याद करके उनके आंखों से आशु छल उठे। उन्होंने कहा कि अगर नेता जी आजाद हिंद फौज का गठन करके देश में आजादी का बिगुल नहीं फूंकते तो आजादी मिलना आसान नहीं था।

उनके द्वारा दिया गया नारा तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा को सुन कर आज भी खून खोल उठता है। ऐसा वीर धरा पर विरले ही पैदा होते हैं। वहीं फर्रुखनगर के अखेराम सरदारो देवी आत्म शुद्धी आश्रम परिश्रम में स्वामी सच्चिदानंद जी महाराज के नेतृव्त में बाल ब्रह्मचारियों ने नेता जी के चित्र पर माल्याअर्पण करके श्रद्धांजिल दी। इस मौके पर पंचायत समिति के वाइस चेयरमैन सोमप्रकाश यादव, देश राज यादव, राजीव यादव, रामबीर यादव, रतिराम, बिल्लू पंच, कुडियाराम, महेंद्र सिंह, सुबेदार सूरज भान, राव निहाल सिंह, भूपेंद्र शर्मा, अधिवक्ता मनोज यादव डाबोदा, राजेंद्र, रमेश, महेंद्र, प्रकाश यादव, अनिल कुमार, राधा रानी, शिव चरण सिमार, राव रामबीर सिंह आदि मौजूद थे।