आबकारी विभाग का जागरुकता संदेश करेगा शराब माफिया के वार पर प्रहार, पार्षद, सभासद, चौकीदार और ग्राम विकास अधिकारी करेंगे सहयोग

गाजियाबाद। अवैध शराब स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक होता है। जनता सस्ती व मिलावटी शराब पीने से हरसंभव परहेज करें। इच्छुक व्यक्ति केवल सरकारी दुकान से ही शराब खरीदें। सस्ती शराब के चक्कर में उपभोक्ता को नुकसान उठाना पड़ सकता है। त्योहार आदि पर मिलावटखोरों द्वारा मिलावटी शराब की बिक्री की जाती है। मिलावटी शराब पीकर खुद के स्वास्थ्य व जीवन के साथ खिलवाड़ न करें। सरकारी दुकान पर शराब लेते समय सील बंद, क्यू आर कोड देखकर ही शराब खरीदें। अवैध व मिलावटी शराब बनाने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है। लेकिन विगत  वर्षों से अवैध शराब के कारोबार को समय रहते आबकारी विभाग ध्वस्त करने में हर बार कामयाब रहा है। दिवाली पर्व बेहद नजदीक है। इसके मद्देनजर आबकारी विभाग सक्रिय हो गया है। जिले में अवैध शराब के निर्माण, बिक्री और परिवहन को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए गए हैं। शौकिनों को अवैध शराब के सेवन से दूर रखने और शराब माफिया के विषय में तत्काल जानकारी देने के लिए आबकारी विभाग ने प्रचार अभियान भी तेज कर दिया है। दरअसल दिवाली पर्व पर शराब की डिमांड और खपत बढ़ जाती है। ऐसे में शराब माफिया मौका भुनाने को उतावले रहते हैं। इसी से निपटने को आबकारी विभाग ने गंभीरता दिखाई है। जानकारी के अभाव में अक्सर लोग अवैध शराब का सेवन कर लेते हैं, लेकिन उसके बाद उसके होने वाले परिणाम बहुत ही घातक सिद्ध हो सकते है।

अवैध शराब के खिलाफ लोगों को जागरूक करने और उनसे सहयोग की अपील के लिए आबकारी विभाग ने एक और नई मुहिम की शुरुआत की है। जिले में वैसे अवैध शराब के खिलाफ होर्डिंग्स व पम्पलेट तो चस्पा किया ही जा रहा है। इसके साथ ही जनपद गाजियाबाद के सभी ग्राम प्रधान, पार्षद, सभासद और ग्राम विकास अधिकारी एक जागरूकता संदेश बनाकर भेजा रहा है। साथ ही उनसे सहयोग की अपील भी की जा रही है। अवैध शराब के कारोबार में लिप्त बड़े माफिया से लेकर छोटे तस्करों का सूपड़ा साफ करने के लिए आबकारी विभाग की यह नई मुहिम अन्य मुहिम की तरह जरूर सार्थक साबित होगी। गाजियाबाद के निवासियों को अवैध शराब के सेवन से बचाने और शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए आबकारी विभाग हर वह संभव प्रयास कर रहा है, जिससे शराब माफिया को उनकी सही जगह पहुंचाया जा सकें। मंगलवार को शुरू हुई इस मुहिम में जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने आबकारी निरीक्षक हिम्मत सिंह, मनोज शर्मा, अखिलेश बिहारी वर्मा, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, राकेश त्रिपाठी, अनुज वर्मा एवं अभय दीप सिंह के साथ बैठक करते हुए उन्हें अवैध शराब के खिलाफ तैयार किया गया जागरूकता संदेश भेजा और फिर उन्हें अपने-अपने क्षेत्र के सभी ग्राम प्रधान, पार्षद, सभासद, चौकीदार और ग्राम विकास अधिकारी को भेजने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि यह संदेश सभी को शत-प्रतिशत भेजे, जिससे लोगों को जागरूक किया जा सकें। इसके अलावा आबकारी विभाग की टीम द्वारा प्रवर्तन टीम के साथ हाईवे, ढाबा, शराब तस्करों के संबंधित ठिकानों पर दबिश एवं छापेमारी की कार्रवाई कर रही है।

जागरूकता संदेश:
अवैध मदिरा के सेवन से व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। यदि आपके आस-पास अवैध मदिरा का निर्माण/बिक्री हो रही हो या इससे संबंधित कोई संदिग्ध गतिविधियां आपकी जानकारी में आती हैं तो इसकी सूचना गाजियाबाद आबकारी विभाग के कंट्रोल रूम के व्हाट्सएप एवं मोबाइल नंबर-07065011003 पर दें। आपका नाम/पता गुप्त रखा जाएगा।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया त्योहारी सीजन के बीच आबकारी निरीक्षकों को अपने सम्पर्क सूत्रों को और बेहतर बनाते हुए मुखबिर की मदद से अधिक से अधिक अवैध शराब के कारोबार से जुड़े लोगों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गये है। जनपद में अवैध शराब/कच्ची शराब के निर्माण और परिवहन को सख्ती से रोका जाए और कच्ची शराब का भण्डारण पाया जाए, तो तत्काल नष्ट किया जाए। विभाग द्वारा पम्पलेट एवं प्रचार-प्रसार के माध्यम से ग्रामीणों क्षेत्र में अवैध शराब के घातक नतीजों के विषय में जागरूकता अभियान चला रहा है। मगर यह संदेश ग्राम प्रधान, पार्षद, सभासद, चौकीदार और ग्राम विकास अधिकारी के मोबाइल पर जब जाएगा तो वह जागरूक होंगे। इसके बाद इन्हें फोन कर उन्हें अपने-अपने क्षेत्र के निवासियों को भेजने की भी अपील की जाएगी। जागरूकता की शुरुआत खुद से करने से ही लोगों में जागरूकता का असर दिखाई देगा। जब यह संदेश किसी एक के पास जाएगा तो वह आगे भी अपने परिचित, मित्रों को भेजेगा। ऐसे में यह संदेश धीरे-धीरे गाजियाबाद के सभी लोगों तक पहुंच जाएगा। लोगों की जागरूकता से ही अवैध शराब के कारोबार को पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है। विभाग द्वारा पहले दिन करीब 300 से अधिक नंबरों को अवैध शराब के खिलाफ जागरूकता का संदेश भेजा गया है। इसके बाद लोगों के बीच जाकर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।