आबकारी विभाग ने किया अवैध पेट्रोल रैकेट का भंडाफोड़, जंगल में चल रहा था पेट्रोल चोरी का गोरखधंधा

-7400 लीटर केमिकल, चार वाहन समेत गिरोह के 5 शातिर गिरफ्तार

लखनऊ। अवैध मदिरा और ज्वलनशील पदार्थों के निर्माण, परिवहन और बिक्री पर नियंत्रण के लिए चलाए जा रहे प्रवर्तन अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीम ने एक बार फिर बड़ी सफलता अर्जित की है। पुलिस कमिश्नर और जिलाधिकारी लखनऊ के संयुक्त निर्देशन में, जिला आबकारी अधिकारी करुणेन्द्र सिंह की अगुवाई में आबकारी, खाद्य रसद और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने रविवार देर रात अमौसी स्टेशन रोड नादरगंज के समीप एक घने जंगल में अवैध पेट्रोल चोरी और केमिकल मिक्सिंग के गोरखधंधे का भंडाफोड़ किया। मुखबिर से प्राप्त सटीक सूचना के आधार पर तत्काल प्रभाव से छापेमारी की योजना बनाई गई। आबकारी निरीक्षक राहुल कुमार सिंह और विवेक सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने जब मौके पर दबिश दी तो दृश्य चौंकाने वाला था।

जंगल के भीतर एक पेट्रोल टैंकर को खड़ा कर उसमें भारी मात्रा में केमिकल मिलाया जा रहा था। यह घातक रसायन न केवल अवैध रूप से पेट्रोल में मिलाया जा रहा था, बल्कि इसके माध्यम से बड़े पैमाने पर पेट्रोल की तस्करी और बिक्री की तैयारी की जा रही थी। छापेमारी में मौके से एक पेट्रोल टैंकर, महिंद्रा पिकअप, एक स्कॉर्पियो और एक मोटरसाइकिल समेत 11 ड्रम केमिकल (प्रत्येक 200 लीटर), 50 लीटर पेट्रोल और पेट्रोल रिफिलिंग के उपकरण जब्त किए गए। गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ के बाद एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ। उनकी निशानदेही पर नादरगंज के बेहेटवा क्षेत्र में स्थित एक गोदाम पर छापा मारकर 27 ड्रम में लगभग 5200 लीटर केमिकल बरामद किया गया। इस प्रकार कुल मिलाकर 7400 लीटर खतरनाक रसायन, चार वाहन, मिक्सिंग उपकरण और सात अभियुक्त विभाग के कब्जे में आए हैं।

जिला आबकारी अधिकारी करुणेन्द्र सिंह ने बताया कि पेट्रोल जैसे अत्यंत ज्वलनशील पदार्थ में किसी प्रकार का केमिकल मिलाना न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि यह जनजीवन के लिए अत्यंत घातक भी है। इस गिरोह का उद्देश्य सरकारी राजस्व को क्षति पहुंचाना ही नहीं था, बल्कि आम नागरिकों की जान जोखिम में डालते हुए सस्ते और खतरनाक पेट्रोल की आपूर्ति करना था। उन्होंने स्पष्ट किया कि अवैध कारोबार और जनसुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ किसी प्रकार की ढील नहीं बरती जाएगी। आबकारी विभाग द्वारा इस पूरे प्रकरण में भारतीय न्याय संहिता 2023 और आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की सुसंगत धाराओं के तहत थाना सरोजनी नगर में मुकदमा दर्ज कराया गया है। गिरफ्तार अभियुक्तों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है और फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर कार्रवाई की जा रही है।

इस बड़ी कार्रवाई ने शहर में कानून-व्यवस्था के प्रति प्रशासन की प्रतिबद्धता को फिर से रेखांकित किया है। अवैध और खतरनाक पेट्रोल के कारोबार में संलिप्त इस रैकेट का खुलासा न केवल एक गंभीर अपराध को रोके जाने की कहानी है, बल्कि यह प्रशासन की सतर्कता और तत्परता का जीवंत उदाहरण भी बन गया है। आमजन की सुरक्षा के लिए किए गए इस जोखिमपूर्ण अभियान की शहरभर में व्यापक सराहना हो रही है। राजधानी में चलाए जा रहे प्रवर्तन अभियान के तहत यह अब तक की सबसे बड़ी और संगठित कार्रवाई मानी जा रही है। शासन और प्रशासन की इस सख्त कार्यशैली ने स्पष्ट संकेत दे दिया है कि प्रदेश में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों के लिए अब कोई जगह नहीं है। विभाग की यह त्वरित और निर्णायक कार्यवाही न केवल अपराधियों में भय का कारण बनी है, बल्कि जनता में विश्वास और सुरक्षा का भाव भी सशक्त हुआ है।

जंगल में चल रहा था खतरनाक खेल, पेट्रोल में मिलाया जा रहा था केमिकल
आबकारी विभाग की टीम ने अपनी कार्रवाई के दम पर एक बार फिर मिलावटी पेट्रोल का भंडाफोड़ किया है। मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए आबकारी विभाग की टीम के नेतृत्व में गठित टीम ने जब अमौसी स्टेशन रोड स्थित जंगल में छापेमारी की तो वहां एक पेट्रोल टैंकर में अवैध रूप से केमिकल मिलाया जा रहा था। टीम ने मौके से टैंकर, एक महिंद्रा पिकअप, एक स्कॉर्पियो और एक मोटरसाइकिल जब्त की। साथ ही 11 ड्रम (प्रत्येक 200 लीटर) केमिकल, 50 लीटर पेट्रोल और रिफिलिंग उपकरण बरामद किए।

छह जिलों तक फैला नेटवर्क, बेहेटवा गोदाम से मिला 5200 लीटर और केमिकल
गिरफ्तार अभियुक्तों अजय यादव, ओमप्रकाश, अरुण कुमार, मिराजुद्दीन (सभी निवासी सरोजनी नगर, लखनऊ) और जगदीप प्रजापति (निवासी सरपतहा, जौनपुर) की निशानदेही पर नादरगंज के बेहेटवा क्षेत्र स्थित एक गोदाम पर भी छापा मारा गया, जहां से 27 ड्रम में 5200 लीटर अतिरिक्त केमिकल मिला। इस खुलासे ने रैकेट के विस्तार और उसकी संगठित प्रकृति को उजागर कर दिया है। बताया जा रहा है कि उक्त गिरोह का 6 जिलों तक नेटवर्क फैला हुआ था।

कानूनी शिकंजा कस गया, जेल भेजे गए अभियुक्त
पकड़े गए अभियुक्तों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 और आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की सुसंगत धाराओं में थाना सरोजनी नगर में मामला दर्ज कर लिया गया है। सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।