गौतमबुद्ध नगर। जनपद में अवैध शराब का निर्माण, बिक्री एवं परिवहन रोकने के लिए आबकारी विभाग को दिन-रात मशक्कत करनी पड़ रही है। कोई तीज-त्यौहार हो या आम दिन इससे विभाग को कोई खास फर्क नहीं पड़ता। विभाग का मकसद सिर्फ शराब माफिया के खेल को बिगाडऩा है। टीम वर्क से काम होने के कारण नतीजे भी अच्छे सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में आबकारी विभाग की टीमों ने कुछ संवेदनशील क्षेत्रों में सघन छापेमारी कर कार्रवाई की। रनेरा, कानपुर, थोरा, जेवर, खैरपुर गुर्जर, दादरी स्थित दुकानों की एवं कैंटीन की गहनता से चेकिंग की गई। आबकारी आयुक्त के निर्देश पर गौतमबुद्ध नगर जनपद में निरंतर कार्रवाई की जा रही है।
आबकारी अधिकारी सुबोध श्रीवास्तव का कहना है कि जनपद में कई इलाके ऐसे हैं जहां दूसरे प्रदेशों से शराब लाकर जमा की करने की संभावना रहती है। ये लोग दिल्ली, हरियाणा से शराब लेकर आते हैं और यहां बेचते हैं। जब शराब की दुकानें बंंद हो जाती है तो ये तस्कर ज्यादा रुपए कमाने के लालच में अवैध शराब की तस्करी करते है। जिन पर कार्रवाई के लिए आबकारी विभाग दिन-रात सतर्कता बरत रहा है। विभाग को इससे कोई मतलब नहीं है कि कोई पर्व विशेष या खास दिवस है। विभाग का मकसद शराब माफिया के मंसूबों पर पानी फेरना है। इसमें सफलता भी मिल रही है। उन्होंने बताया कि आगे भी इस प्रकार की कार्रवाई जारी रहेगी। शराब तस्करों से निपटने के साथ-साथ आबकारी विभाग लाइसेंसशुदा शराब की दुकानों पर भी व्यवस्थाओं को बनाए रखने के लिए काफी कसरत करता नजर आ रहा है।
शराब विक्रेताओं को समय-समय पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं। शराब की दुकानों एवं मॉडल शॉप का स्थलीय निरीक्षण कर स्टॉक की चेकिंग की जा रही है। वहां सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। मंगलवार रात और बुधवार को आबकारी निरीक्षक सर्किल-7 आशीष पाण्डेय एवं आबकारी निरीक्षक क्षेत्र-2 रवि जायसवाल की टीम द्वारा लाइसेंसी शराब की दुकानों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान दुकानों पर मौजूद रजिस्टर की भी जांच की गई। साथ विक्रेताओं को नियमानुसार शराब बिक्री और ज्यादा से ज्यादा डिजिटल भुगतान करने के सख्त निर्देश दिए गए। शराब की दुकानों के आस-पास अवैध शराब की बिक्री न हो, इसका भी ध्यान रखा गया है।