5 ट्रेन 5 बसों से 8600 श्रमिकों को बिहार और प्रदेश के जिलों में भेजा


प्रमोद शर्मा@ गाजियाबाद। कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन में अपने घर जाने को आजिज प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने के लिए जिला प्रशासन-पुलिस का पूरा अमला जुटा हुआ हैं। गुरूवार को जिले से बिहार और प्रदेश के जिलों में जहां 5 ट्रेनों से 7000 प्रवासी श्रमिकों को पुराना रेलवे स्टेशन से ट्रेन में बैठाकर रवाना किया गया। वहीं,मेरठ रोड मोरटा स्थित राधा सत्संग स्वामी आश्रम और मोदीनगर स्थित गिन्नी देवी कन्या पीजी कॉलेज मेंं बनाए गए आश्रय स्थल से बिहार,झारखंड और पूर्वांचल के जिलों के लिए प्रवासी श्रमिकों 50 रोडवेज बसों से घर भेजा गया। एडीएम भूमि-अध्याप्ति मदन सिंह गब्र्याल ने बताया कि मोरटा स्थित आश्रम से रोडवेज की 50 बसों में करीब 1600 प्रवासी श्रमिकों को प्रदेश के जिलोंं के लिए घर भेजा गया।

वहीं,जिलाधिकारी डॉ.अजय शंकर पांडेय एवं एसएसपी कलानिधि नैथानी ने एडीएम सिटी शैलेंद्र कुमार ,सीओ महिपाल सिंह आदि की मौजूदगी में मोदीनगर गिन्नी देवी कन्या पीजी कॉलेज में बनाए गए आश्रय स्थल का मौके पर निरीक्षण किया। यहां पर ठहरे प्रवासी मजदूरों को रोडवेज बसों में बैठाने के इंतजाम परखें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए प्रवासी मजदूरों को बसों से घर भेजा गया। मेरठ रोड स्थित मोरटा राधा सत्संग स्वामी आश्रम से जिले में गुरूवार को 5 ट्रेनों में करीब 7 हजार और रोडवेज की 50 बसों में 1600 प्रवासी मजदूरों को उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों और बिहार के जिलों में भेजा गया। जिला प्रशासन ने प्रवासी श्रमिकों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग के पुख्ता इंतजाम किए। वहीं,एनडीआरएफ 8वीं बटालियन के कमांडेंट पीके श्रीवास्तव ने बताया कि एनडीआरएफ की टीमों ने प्रवासी श्रमिकों को करीब 9500 पैकेट भोजन,पानी की बोतल आदि का वितरण किया।

गुरूवार को बिहार के दरभंगा के लिए 1400 श्रमिकों को ट्रेन से 1.30 बजे भेजा गया। वहीं, बिहार के पटना के लिए साढ़े 3 बजे 1400 श्रमिकों और कटिहार के लिए साढ़े 4 बजे 1400 मजदूरों को 3ट्रेनों में कुल 7 हजार प्रवासी मजदूरों को बैठाकर रवाना किया गया। वहीं,उत्तर प्रदेश के माणिकपुर के लिए दोपहर 2 बजे 1400 मजूदर और गोरखपुर के लिए 4 बजे 1400 प्रवासी श्रमिकों को 2 ट्रेनों में कुल 2800 प्रवासी मजदूरों को ट्रेनों में पुराना रेलवे स्टेशन से ट्रेन में बैठाकर रवाना किया गया। वहीं,मोदीनगर गिन्नी देवी कन्या पीजी कॉलेज और मोरटा आश्रम से रोडवेज की 50 बसों में करीब 1600 प्रवासी श्रमिकों को देर रात तक बसों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए रवाना किया गया। जिलाधिकारी डॉ.अजय शंकर पांडेय एवं एसएसपी कलानिधि नैथानी ने जीडीए सचिव संतोष कुमार राय,एडीएम प्रशासन संतोष कुमार वैश्य,एडीएम सिटी शैलेंद्र कुमार सिंह,एसपी सिटी मनीष मिश्रा,सिटी मजिस्ट्रेट शिव प्रताप शुक्ल आदि की मौजूदगी में आश्रम और रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। आश्रम में मजदूरों को खाने-पीने के सामान और भेजने की व्यवस्था में जुटे जीडीए सचिव संतोष कुमार राय,एडीएम सिटी शैलेंद्र कुमार सिंह,एसपी सिटी मनीष मिश्रा,एडीएम प्रशासन संतोष कुमार वैश्य,एडीएम एलए मदन सिंह गब्र्याल,सिटी मजिस्ट्रेट शिव प्रताप शुक्ल,एसडीएम सदर प्रशांत तिवारी आदि पुलिस फोर्स के साथ रात और दिन में मुस्तैदी से डटे रहे। एडीएम सिटी शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि 50 रोडवेज बसों के अलावा 5 ट्रेनों में गुरूवार को करीब 8600 प्रवासी श्रमिकों को बिहार और प्रदेश के जिलों में बैठाकर घर भेजा गया। इन श्रमिकों को भोजन के पैकेट,पानी की बोतल,बिस्कुट,नमकीन और फ्री में टिकट देकर रवाना किया गया। श्रमिकों को रेलवे स्टेशन तक पहुंचाकर ट्रेनों से भेजा गया।प्रमोद शर्मा@ गाजियाबाद।