आवारा पशुओं के आतंक से ग्रामीणों में रोष, खेती को कर रहे बर्बाद



सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलंदशहर नरसेना क्षेत्र में आवारा पशुओं आतंक से ग्रामीणों में रोष बढ़ता जा रहा है। किसानों को इनके कारण भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। किसानों के अनुसार आवारा पशु उनकी खेती को बर्बाद कर रहे हैं। खेत पर दिन-रात पैरा देने के बावजूद इन आवारा पशुओं के आतंक से छुटकारा नहीं मिल रहा है।

क्षेत्र के गांव रसूलपुर के ग्रामीण डालचंद भाटी ने बताया कि आवारा पशु उनकी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। विकासखंड ऊंचागांव क्षेत्रों में आवारा पशुओं की भारी तादाद है। जो दिन रात उनके खेतों में घुस गए हैं और कड़े पहरे के बावजूद भी खेती बर्बाद कर रहे हैं। कहा कि महंगे खाद बीज से उन्होंने हजारों खर्च कर खेतों में फसलों की बुआई की है। किसान अपनी आजीविका के लिए खेती के कार्य में जुटे हैं। लेकिन क्षेत्र में आवारा घूम रहे पशुओं के झुंड ने खेती को बर्बाद कर रखा है।

“आवारा पशुओं से मिले निजात”

क्षेत्र में विभिन्न संस्थाओं का कहना है कि आवारा पशुओं से आम जन निजात दिलाने के लिए प्रशासन त्वरित कार्रवाई अमल में लाएं। गौवंश को भी संरक्षण की जरूरत है, इन्हें गौशाला इत्यादि में पहुंचाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। इन पशुओं की बढ़ रही संख्या आम जन के काबू से बाहर है इसलिए प्रशासन को इस बारे में कदम उठाते हुए आवारा पशुओं से निजात दिलाने चाहिए।