सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलन्दशहर। आवारा पशुओं की संख्या बढ़ती जा रही है जिन्हें रखने और खिलौने की कोई सुविधा नहीं की गई है एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गौशाला खोली गई है वहीं दूसरी तरफ सड़कों पर गाय और सांड घूमते दिखाई दे रहे हैं जिनकी खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण उनका गुस्सा जनता पर बरस रहा है।
ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें आवारा सांडों का आतंक देखने को मिला है सांडों की टक्कर से कई लोग घायल हो गए जिसमें एक महिला के हाथ और पैर की हड्डी टूट गई। गंभीर घायल होने से जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा है।
बता दें कि ककोड़ चिकित्सालय में कार्यरत कर्मचारी गंगावती पत्नी स्वर्गीय राजवीर सिंह निवासी गांव पुंडरी चिकित्सालय से ड्यूटी पूरी होने के बाद शाम को टैंपू से अपने घर जा रही थी।
ककोड़ से बुलंदशहर जाने वाले रास्ते पर धनोरा गांव में इंटर कॉलेज के सामने दो आवारा सांड आपस में लड़ रहे थे जो लड़ते-लड़ते सड़क पर आ गए और चलते टेंपो में टक्कर मार दी जिससे टेंपो पलट गया और टेंपो में चालक सहित सवार 6 सवारी गंभीर रूप से घायल हो गई राहगीरों ने एंबुलेंस बुलाकर सभी को जिला अस्पताल उपचार के लिए पहुंचाया जहां पर चिकित्सकों द्वारा उनकी हालत गंभीर होने पर हायर सेंटर रेफर कर दिया।
जिसमें गंगावती पत्नी स्वर्गीय राजवीर सिंह निवासी गांव पुंडरी इस घटना में गंभीर रूप से घायल हो गई जिनके हाथ और पैर की हड्डी टूट गई डॉक्टर ने जिनका ऑपरेशन कर दिया चिकित्सकों द्वारा अब हालत स्थिर बताई जा रही है।
गंगावती द्वारा प्रशासन से अपील की इस तरह आए दिन आवारा पशुओं द्वारा घटना सुनने को मिल रही है जिन पर रोकथाम लगाने जरूरी है आवारा पशुओं के लिए प्रशासन द्वारा एक स्थान नियुक्त कर उन्हें रहने और खाने की व्यवस्था कराई जाए जिससे ऐसी घटना दोबारा न हो सके। तथा इस घटना पर शारिरीक व आर्थिक क्षति होने पर भरपाई कराई जाए।