IN8@सोहना….. क्षेत्र में चल रही शीतलहर और पड़ रही कड़ाके की ठंड में जब लोग अपने घरों में रजाईयों में दुबके सर्दी से बचाव कर रहे थे, आज उस वक्त बिजलीनिगम के अधिकारियों पर गठित छापामार टीमें उपभोक्ताओं के घरों पर बिजली चोरी पकडऩे के लिए छापेमारी करती नजर आई। देखने वाली बात ये रही कि जिन गांवों को जगमग योजना के तहत बिजली आपूर्ति योजना में शामिल किया गया है, उन गांवों में भी बड़े पैमाने पर बिजली चोरी पकड़ में आई है। दक्षिणी हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम की टीमों ने अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी के दौरान एक करोड़ रुपए की बिजली चोरी होते पकड़ी है। जिन स्थानों पर बिजली की चोरी पकड़ में आई है, उन पर एक करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है। बिजलीनिगम के अधीक्षण अभियंता जोगिन्द्र सिंह हुडडा की माने तो हैरानी वाली बात ये है कि छापेमारी के दौरान यह तथ्य निकलकर सामने आए है कि जिन गांवों को बिजलीनिगम द्वारा जगमग योजना के तहत 24 घंटे बिजली आपूर्ति दी जा रही है, उन्ही गांवों में बिजली की ज्यादा चोरी पकड़ में आई है तो छापेमारी अभियान के दौरान यह भी खुलासा हुआ कि कुछ घरों में तो बिजली के मीटर ही नही लगे थे और उन्हे घरों में बिजली जमकर उपयोग में लाई जा रही थी जबकि कई उपभोक्ता अपने यहां लगे बिजलीमीटरों को बाईपास कर बिजली चोरी करते पकड़ में आए।
बिजलीनिगम में अधीक्षण अभियंता जोगिन्द्र सिंह हुडडा के अनुसार बिजली चोरी पकडऩे के लिए बनाई गई छापामार टीमों ने सोहना मंडल के बादशाहपुर उपमंडल में 7 स्थानों पर छापेमारी में 15 किलोवाट लोड की बिजली चोरी पकड़ में आई है, जिन पर 4 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है जबकि सोहना उपमंडल में 9.4 लाख रुपए की बिजली चोरी पकड़ में आई है और सोहना डिवीजन के तहत लगने वाले तावडू उपमंडल में 2.4 लाख की बिजली चोरी पकड़ में आई है। बिजलीनिगम के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो बिजली चोरी पकडऩे में निगम का मारूति उपमंडल सबसे अव्वल रहा है जबकि सोहना रोड उपमंडल में सबसे कम बिजली चोरी पकड़ में आई है।