कांवडिय़ों की आस्था का आबकारी विभाग ने रखा ख्याल जिले की 186 दुकानों को किया पर्दानशीं

गाजियाबाद। कांवडिय़ों की आस्था व भावनाएं आहत होने से बचाने के लिए उनके मार्ग में पडऩे वाली शराब की दुकानों के आगे जहां पर्दे लगा दिए गए हैं। मांस की दुकानें बंद करा दी गई हैं। सावन के पहले सोमवार से कांवड़ महोत्सव की शुरुआत हो गई है। कांवडिय़ों का हुजूम गंगाजल लेने के लिए उमडऩे लगा है। इनके लिए सुविधाओं को ध्यान में रख प्रशासन द्वारा विभिन्न व्यवस्थाएं की जा रही हैं। शासन स्तर से भी विभिन्न दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इसे ध्यान में रखते हुए जिन मार्गों से होकर कावडिय़ा गुजर रहे हैं। उस मार्ग पर शराब की दुकानों के आगे पर्दा लगाकर उन्हें ढका जा रहा है। इसके साथ ही बाजार में मांस की दुकानें भी बंद करा दी गई हैं। शराब की दुकानों को दो दिन पूर्व ही ढकवा दिया गया है। आबकारी विभाग की यह कवायद कांवड़ियों की भावनाओं को आहत होने से बचाने के लिए की गई है। कांवड़ यात्रा को लेकर आबकारी विभाग भी अलर्ट मोड पर है। आबकारी विभाग की ओर से कांवड़ यात्रा मार्ग पर जो भी अंग्रेजी, बीयर और देशी शराब की दुकानें हैं। उन सभी पर रंग बिरंगे पर्दे डलवा कर दुकानों को ढकवा दिया गया है। जिससे कांवड़ यात्रियों को किसी प्रकार की समस्या न हो। हालांकि इन दुकानों पर बिक्री जारी है। विभाग को आशंका थी कि कांवडिय़ों के मार्ग पर कुछ लोग शराब का सेवन कर बवाल कर सकते हैं। इसके चलते उनको ढका जाना चाहिए।

कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाली शराब की दुकानों के आगे पर्दे लगाने का कार्य आबकारी विभाग ने रविवार रात को ही पूरा कर लिया था। शराब की दुकानों पर मौजूद कैंटीन चलती रहेगी और कैंटीन में मांस-मछली आदि पूर्ण रुप से प्रतिबंध रहेगा। कांवड़ मार्ग पर पडऩे वाली शराब की दुकानों की निगरानी के लिए जिला आबकारी अधिकारी ने संबंधित आबकारी निरीक्षकों को अपने-अपने क्षेत्र में निगरानी करने के निर्देश दिए है। जिससे कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना घटित न हो सकेंं। आबकारी विभाग ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर दिल्ली-मेरठ मार्ग से लेकर मुरादनगर गंगनहर पटरी, पसौंडा, पाइप लाइन मार्ग से लेकर लोनी और इधर मेरठ मोड़ से लेकर यूपी बोर्डर व मोहन नगर से लेकर आनंद विहार तक पडऩे वाली सभी दुकानों को रंग-बिरंगे पर्दो से कवर कर दिया गया है। कांवड़ यात्रा के दौरान जिले में खुलेआम शराब की बिक्री नहीं होगी। कांवड़ यात्रा मार्ग पर सफाई व्यवस्था पर प्रतिकूल असर न पड़े, इसके चलते यह कदम उठाया गया है। इन दुकानों के आस-पास खुली कैंटीन भी कवर की गई हैं। व्यवस्था बनाए रखने के लिए आबकारी विभाग की टीमों को भी मुस्तैद किया गया है। गाजियाबाद में कांवड़ यात्रा को लेकर जहां एक तरफ सभी विभाग अपनी तैयारियों में जुटे हुए है तो वहां आबकारी विभाग भी कांवडिय़ों की आस्था व भावनाएं आहत होने से बचाने सजग नजर आ रहा है।

गाजियाबाद में कांवड़ यात्रा मार्ग पर शराब की इस बार 186 दुकानों का चिन्हांकन किया गया है। इन दुकानों पर अब खुलेआम शराब नहीं बिक सकेगी। दुकानों के आस-पास कैंटीन भी पर्दे की आड़ में चलाई जा सकेंगी। पर्दे के पीछे से शराब की बिक्री की जा सकेगी। अंग्रेजी एवं देसी शराब, बीयर, मॉडल शॉप एवं भांग की दुकानों पर पर्दे लगवाए गए हैं। जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार प्रथम ने बताया कादराबाद, ब्रह्मलोक, निवाड़ी रोड़, काजमपुर, सौंदा, ग्राम भोजपुर, मोदीनगर, मुरादनगर, मोरटा, दुहाई, राजनगर एक्सटेंशन, मेरठ रोड, घूकना, सिहानी सेवानगर, नंदग्राम, गुलधर, मोहन नगर, करहेड़ा, श्याम पार्क, भोवापुर, प्रहलाद गढ़ी, महाराजपुर, साहिबाबाद रेलवे स्टेशन, शहीद नगर, ज्ञानी बॉर्डर, टीला मोड, राजेेंद्र नगर, गरिमा गार्डन, लिंक रोड़, वसुंधरा, वैशाली, कौशांबी और लोनी, सैतली, टीला गांव, बेहटा हाजीपुर, दिल्ली बागपत रोड़ पावी, भोवापुर, सिकंदरपुर, आराधना, ट्रांसपोर्ट नगर, ट्रोनिका सिटी, अंकुर विहार, गुलधर, लाजपत नगर, पटेल नगर आदि शहरी व ग्रामीण स्थानों पर इस बार 186 दुकानों को चिन्हित कर पर्दे से ढक दिया गया है।

कांवड़ यात्रा मार्ग पर शराब की दुकानों को तीन दिन के लिए बंद रखा जा सकता हैं। कांवड़ यात्रा के अंतिम दौर में यह बंदी लागू होने की संभावना है। मगर अभी तक ऐसा कोई आदेश नहीं आया है। यदि ऐसा होता है तो आबकारी विभाग को 12 से 15 करोड़ रुपए राजस्व की हानि उठानी पड़ सकती है। उन्होंने बताया शिव भक्तों की श्रद्धा का भी ध्यान रखा जा रहा है। कांवड़ यात्रा मार्ग पर शराब की सभी दुकानों के साथ-साथ और कैंटीन को भी पर्दे से कवर करा दिया गया है। कांवड़ यात्रा के समापन होने तक आगामी 3 अगस्त तक यह शराब की दुकानें शामियानों से ढकी हुई रहेंगी। कांवड़ यात्रा के समापन होने के बाद उन्हें हटा लिया जाएगा। किसी भी दुकान के आस-पास चिकनाई युक्त खाद्य सामग्री खुले में पड़ी मिलने पर संबंधित के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। कांवड़ यात्रा मार्ग पर शराब की दुकानों को बंद रखने अथवा ना रखने को लेकर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। इस बारे में प्रशासन के साथ बातचीत की जा रही है। इस मामले पर जल्द कोई निर्णय ले लिया जाएगा। फिलहाल सभी शराब विक्रेताओं को पर्दे के पीछे से शराब की बिक्री करने के निर्देश दिए गए हैं।

बिना लाइसेंस के शराब परोसने वालों पर सख्ती
जिले में बिना लाइसेंस के शराब पिलाने वाले होटल, बार, रेस्टोरेंट व ढाबों पर निगरानी के लिए आबकारी विभाग की टीम द्वारा चेकिंग अभियान चलाया गया। चेकिंग के दौरान इस बार यह भी सुनिश्चित किया गया कि कोई बार, रेस्टोरेंट व ढाबा संचालक ग्राहकों को मांस-मछली आदि का सेवन तो नहीं करा रहा है। कांवड़ महोत्सव की शुरुआत होते शासन की ओर से मीट-मछली की दुकानों को पूर्ण रूप से प्रतिबंध करने के निर्देश दिए गए है।

जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार प्रथम ने बताया जिले में अवैध शराब की बिक्री, निर्माण एवं परिवहन पर रोक लगाने के लिए आबकारी विभाग द्वारा लगातार चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। आबकारी निरीक्षक हिम्मत सिंह, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, अखिलेश बिहारी वर्मा, मनोज शर्मा, अनुज वर्मा एवं अभय दीप सिंह की टीम द्वारा होटल, बार, रेस्टोरेंट और ढाबों की जांच की गई। इस दौरान होटल, बार, रेस्टोरेंट एवं ढाबा संचालकों को बिना लाइसेंस के शराब पिलाने और बाहरी राज्यों की शराब मिलने पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई। साथ ही सभी को सख्त निर्देश दिए गए कि कांवड़ महोत्सव तक विभाग से लाइसेंस लेने वाले बार व होटल में मांस-मछली का सेवन पूर्ण रूप से प्रतिबंध है। इसके अलावा टीम द्वारा शराब की दुकानों पर गुप्त टेस्ट परचेजिंग कराया गया। जहां किसी भी प्रकार की अनियमितता नहीं पाई गई। विक्रेताओं को ऑनलाइन पेमेंट लेने और पॉश मशीन से स्कैन करने के बाद ही शराब बिक्री के निर्देश दिए गए।