-45 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद, 400 किलोग्राम लहन नष्ट
प्रमोद शर्मा @ गाजियाबाद। हिंडन खादर क्षेत्र में कच्ची शराब का कारोबार आबकारी विभाग की कार्रवाई के बाद भी रुकने का नाम नही ले रहा है। सूत्र बताते है कि पुलिस की शह पर चल रहा यह कारोबार खामोशी के साथ तेजी पकड़ रहा है। हिंडन खादर क्षेत्र में कच्ची शराब के कारोबार को जड़ से खत्म करने के आबकारी विभाग की टीम लगातार कार्रवाई भी कर रही हैं।
मगर आबकारी विभाग की कार्रवाई के बीच कुछ दिन बाद शराब माफिया फिर से अपना अवैध शराब के निर्माण का कारोबार शुरु कर देते है। आबकारी विभाग द्वारा लगातार हो रही शराब कारोबारियों के बावजूद क्षेत्रीय पुलिस कार्रवाई करने से बच रही है। सब कुछ जानने के बाद भी पुलिस कार्रवाई से कतरा रही है। जबकि हकीकत यह है कि जब भी आबकारी विभाग की टीम दबिश देने पहुंचती है तो भट्टियां फिर से सुलगती हुई मिलती है।
हालांकि इस कार्रवाई में अब आबकारी विभाग की जागरूकता का असर भी दिखने लगा है। जिसमें क्षेत्र के ग्रामीण भी आबकारी विभाग का सहयोग कर रहे है। हिंडन नदी का किनारा। किनारे पर लगीं झाडिय़ां और उनके बीच से उठता धुआं। यह दृश्य हिंडन खादर क्षेत्र में हर तीसरे दिन देखा जा सकता है। झाडिय़ों के बीच धधकती भट्टियों पर रोजाना हजारों लीटर कच्ची शराब बनती है।
अवैध शराब के कारोबारी जिले में अपनी जड़ें मजबूती से जमाए हुए है। पिछले दो दशक से अवैध शराब का निर्माण उद्योग का रूप ले चुका है। लेकिन पिछले दो वर्षों से आबकारी विभाग की कार्रवाई के चलते शराब माफिया आज तक अपनी इस मंशा में कभी कामयाब नहीं हुआ है। जिला आबकारी राकेश कुमार सिंह ने जिले का कार्यभार संभालने के बाद से ही माफिया पर शिकंजा कसना शुरू किया, फिर कार्रवाई की आंधी चली।
विभाग द्वारा की गई ताबड़तोड़ कार्रवाई भी शराब धंधेखोरों का हौसला तोड़ तो नहीं पाई, लेकिन उनकी हर गलत मंशा पर पानी फेरने का काम जरूर किया है। इसी क्रम में आबकारी विभाग की टीम ने दबिश देकर हिंडन खादर में बन रही कच्ची शराब को जब्त किया है। आबकारी की कार्रवाई से मौके पर हड़कंप की स्थिति रही। शराब का कारोबार करने वाले शराब को मौके पर छोड़कर भाग गए।
आबकारी ने शराब को कब्जे में लेते हुए उसे नष्ट कर दिया।प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त के आदेश पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह एवं पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा के निर्देशन में जिले में अवैध शराब के निर्माण, बिक्री एवं परिवहन पर रोक लगाने के लिए लगातार चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि गुरुवार को आबकारी निरीक्षक अनुज वर्मा एवं राकेश त्रिपाठी की संयुक्त टीम ने थाना लोनी व टीला मोड़ अंतर्गत सीती, महमूदपुर, जावली का कोठरा, रिस्तल, भूपखेड़ी हिंडन खादर क्षेत्रों पर दबिश दी। दबिश के दौरान लगभग 45 लीटर अवैध कच्ची शराब तथा करीब 400 किलोग्राम लहन बरामद हुआ। अवैध कच्ची शराब को कब्जे में लेकर लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया। आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत 2 अभियोग पंजीकृत किये गये।
शराब कारोबारियों ने उक्त कच्ची शराब को हिंडन नदी किनारे जमीन में खोदकर ड्रम में छिपाया हुआ था। जिससे दबिश के दौरान किसी की नजर न पड़े। मगर आबकारी विभाग की दबिश में शराब कारोबारियों द्वारा ड्रमों में छिपाकर रखी गई कच्ची शराब व लहन को ढूंढ कर जब्त कर लिया है।
जिला आबकारी अधिकारी ने बताया अवैध शराब के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए टीम द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। आबकारी विभाग की टीम लगातार चेकिंग, दबिश की कार्रवाई कर रही है। जिले के सभी इंस्पेक्टर हाईवे, चेक पोस्ट व ढाबों एवं शहर क्षेत्र में संचलित बार, रेस्टोरेंट पर भी छापेमारी की कार्रवाई कर रही है।
अवैध शराब का कारोबार करने वाले तस्करों का दिमाग इतना शातिर है, जिसे समझ पाना बहुत मुश्किल है। शराब माफिया आबकारी विभाग एवं पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए ना सिर्फ तस्करी में बल्कि छिपाने में नए-नए पैंतरे अपना रहे है। आबकारी विभाग की टीम ने छापेमारी के दौरान ऐसे ही तस्कर पर कार्रवाई की, जिसमें कूड़े के ढ़ेर के बीच शराब की पेटियों को छिपाकर रखा हुआ था।
हालांकि आबकारी विभाग की कार्रवाई भनक लगते ही तस्कर मौके से फरार हो गया।
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि आबकारी निरीक्षक अनुज वर्मा, राकेश त्रिपाठी की संयुक्त टीम ने गुरुवार को पूजा कॉलोनी थाना ट्रोनिका सिटी, नाईपूरा थाना लोनी बॉर्डर आदि स्थानों पर दबिश एवं छापेमारी की कार्रवाई की। बेहटा हाजीपुर में दबिश के दौरान खाली पड़े प्लाट से 5 पेटी (250 पव्वे) अवैध मोटा मसालेदार देसी शराब हरियाणा मार्का बरामद किया गया। अवैध शराब को जब्त करते हुए अज्ञात में एक अभियोग पंजीकृत किया गया।
उन्होंने बताया कि तस्कर ने उक्त शराब को खाली पड़े प्लॉट में छिपाकर रखा हुआ था, खाली प्लॉट के पास कूड़े का ढेर लगा हुआ था। जहां स्थानीय लोगों द्वारा कूड़ा फेंका जाता है। आबकारी निरीक्षकों ने आसपास के लोगों ने तस्करों के बारे में पूछताछ भी की, मगर किसी ने तस्कर के डर से नाम नही बताया।