IN8@सोहना…. सोहना घाटी वाले रास्ते से आ रहा एक कैंटर मकरसंक्रांति के त्यौहार वाले दिन बृहस्पतिवार को अचानक मोड काटते वक्त सरभंग स्कूल की दीवार को तोड़ते हुए स्कूल प्रांगण में जा गिरा। हादसे में एक बालिका घायल हुई है। जिसे उपचार के लिए एक अस्पताल में ले जाया गया है। बालिका की पहचान 10 वर्षीय पूजा पुत्र जगदीश चंद्र निवासी पीर कॉलोनी, वार्ड-13, शहर सोहना के रूप में हुई है। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह हादसा आज उस वक्त हुआ, जब सामान से भरा आयशर कैंटर पहाड ऊपर से सोहना घाटी वाले सडक़ मार्ग से नीचे की तरफ उतरने लगा, तभी अचानक कैंटर चालक मोड काटते वक्त कैंटर पर संतुलन नही रख पाया और कैंटर असंतुलित होकर सीधा सडक़ से नीचे उतर सामने बने स्कूल की दीवार को तोड़ते हुए स्कूल प्रांगण में जा घुसा।
हादसे में वहां से निकल रही एक 10 वर्षीय बालिका घायल हो गई, जिसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया है। हालांकि हादसे का सही कारण ज्ञात नही हो पाया है लेकिन माना जा रहा है कि कैंटर के ब्रेक फेल होने की वजह से यह हादसा घटित हुआ है। बीते दिन लोहड़ी वाले त्यौहार पर भी एक ट्रक ने सोहना सिटी पुलिस थाने के सामने एक मोटरसाइकिल पर सवार 27 वर्षीय नौजवान को अपनी चपेट में लेकर कुचल दिया था। युवक अपनी बहन के घर सकरात देने के लिए बाजार से सामान खरीदने के बाद वापिस अपने घर की तरफ लौट रहा था कि रास्ते में ट्रक की चपेट में आने से अकाल मौत का ग्रास बन बैठा। काबिले गौर यह है कि सोहना में यातायात पुलिस प्रशासन सडक़ों पर बेतरतीब खड़े रहने वाले व यातायात में रूकावट बनने वाले, अतिक्रमण करने वाले, कानून को ठेंगा पर रखने वाले और दिन-रात सडक़ों पर यमदूत की तरह बेलगाम दौडऩे वाले पत्थरों से भरे ओवरलोड डंपरों व तेज रफ्तार मालवाहक वाहनों के खिलाफ प्रभावी तरीके से कार्रवाई अमल में लाने व ओवरलोड डंपरों पर पूरी तरह बंदिश लगा पाने की शायद हिम्मत नही जुटा पा रहा है। यातायात पुलिस प्रशासन की अनदेखी के चलते सोहना की सडक़ों पर जाम और अतिक्रमण की समस्याएं नासूर बनकर रह गयी है।
क्षेत्र के लोगों का कहना है कि सोहना में भोर सवेरे से पूरी-पूरी रात सडक़ों पर बेलगाम दौड़ रहे पत्थरों से भरे ओवरलोड डंपर यहां पर मौत के सौदागर व ‘खूनी डंपर’ के नाम से विख्यात होने लगे है। पहले भी क्षेत्र में यातायात पुलिस और संबंधित विभागों के ओवरलोड़ डंपरों पर रोक के दावों के बावजूद यहां बेलगाम दौड़ते इन डंपरों से होने वाले अनेकों सडक़ हादसों में पहले भी ना केवल कई परिवारों के लाड़लों को अकाल मौत का ग्रास बना उनके घरों के चिराग को बुझा डाला है। वहीं ना जाने कितनों को अपंग बना डाला है। गौरतलब यह है कि सोहना में रायपुर पुलिस नाका पार होते ही मेवात जिला चालू हो जाता है।