कोरोना की दशहतः शामली में लोगों ने सैंपल देने से किया इंकार

शहर की पॉश कॉलोनी में मां-बेटी के कोरोना पॉजिटिव निकलने का मामला
एसडीएम द्वारा चेतावनी देने के बाद सैंपल देने के लिए तैयार हुए कॉलोनी के लोग
दीपक वर्मा@ शामली। सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण को काबू करने के लिए 55 घंटे का लॉकडाउन लगाया गया है, इसके साथ ही सीएम द्वारा आगे भी प्रत्येक सप्ताह में शनिवार और रविवार दो दिनों को भी लॉक करने की घोषणा की है, लेकिन इसके बावजूद भी कोरोना की रफ्तार तेजी के साथ बढ़ रही है, जिससे लोगों में दहशत फैलना लाजिमी हैै। इसी के चलते शामली शहर की एक पॉश कॉलोनी के लोगों ने सरकारी टीम को सैंपल देने से इंकार कर दिया।
दरअसल शामली की कमला कॉलोनी निवासी एक मां-बेटी करनाल में एक शादी समारोह में शरीक हुई थी। मां-बेटी के कोरोना पॉजिटिव निकलने पर जिला प्रशासन की टीम शादी समारोह में शामिल हुए कॉलोनी के कुछ अन्य लोगों की सैंपलिंग करने के लिए पहुंची थी। कोरोना संक्रमण की जांच के लिए कॉलोनी में रैंडम सैंपलिंग अभियान भी चलाया जाना था, लेकिन यहां रहने वाले लोगों ने स्वास्थ्य टीम को सैंपल देने से इंकार कर दिया। सूचना पर एसडीएम, सीओ सिटी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। एसडीएम ने सैंपलिंग का विरोध कर रहे लोगों को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए समझाईश की, जिसके बाद ही कॉलोनी के लोग अपने सैंपल देने के लिए तैयार हुए।

कॉलोनी में चल रही कोरोना की कबड्डी
मां-बेटी के कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद शामली शहर की पॉश कालोनी मानी जाने वाली कमला कॉलोनी के कई लोग खुद को स्वास्थ्य विभाग की टीम से बचाते नजर आ रहे हैं। चर्चा इस बात की भी फैल रही है कि दर्जनों लोग चोरी छिपे शहर से बाहर जाकर प्राईवेट स्तर पर अपनी कोरोना जांच करा रहे हैं, ताकि वें सरकारी क्वारंटाइन से बच सके। स्वास्थ्य विभाग की टीम ऐसे लोगों को चिन्हित करने की कोशिशों में जुट गई है।

लॉकडाउन के बाद सामने आए सात पॉजिटिव
शुक्रवार की रात से लागू 55 घंटे के लॉकडाउन के बाद शामली शहर में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी के साथ बढ़ती नजर आ रही है। यहां पर शनिवार को प्रयोगशाला से आई जांच रिपोर्ट के अलावा दो अन्य समेत कुल छह कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए थे। डीएम जसजीत कौर के मुताबिक रविवार को भी प्रयोगशाला से आई जांच रिपोर्ट में जिले के सात लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिन्हें कोविड अस्पताल में शिफ्ट करते हुए उपचार की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।