संवाददाता, गाजियाबाद। विजय नगर थाना क्षेत्र में खेल-खेल में एक कशोर की मौत हो गई। घर से कुछ दूरी पर कुछ दोस्त आसप में एक-दूसरे के ऊपर बारी-बारी से बोरी डालकर थप्पड़ मारने का खेल खेल रहे थे। खेल में एक किशोर का थप्पड़ उसके दोस्त की आंख के पास लग गया। मगर कुछ देर के बाद फिर से खेलने लगे। जब दुसरे किशोर की बारी आई तो फिर उसके सिर पर बोरी डालकर थप्पड मारने का खेल शुरु हो गया।
मगर खेल के दौरान दास्त ने थप्पड़ मारने के साथ उसका गला पकड़ लिया। जिसके बाद वह बेहोश हो गया। जब इसका पता परिजनों को चला तो आनन-फानन में किशोर को जिला अस्पताल उपचार के लिए लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं परिजनों ने किशोर के तीन दोस्तों के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
विजयनगर क्षेत्र के कृष्णानगर बागु 20 फुटा रोड के पास राजकुमार अपने परिवार के साथ रहते है।
केशव (17) एक मार्ट में जॉब करता था। मंगलवार रात करीब 8 बजे मोहल्ले में एक बाउंड्रीवॉल के पास दोस्तों संग केशव खेल-खेल रहा था। खेल यह था कि किसी एक दोस्त के ऊपर बोरी डाली जाएगी और बाकी दोस्त उसको थप्पड़ मारेंगे। जो पहचान में आ जाएगा, अगली बारी उसकी आएगी। नही पहचान पाया तो खेल जारी रहेगा। खेल के दौरान केशव का थप्पड़ उसके दोस्त विशु की आंख के पास लगा गया। जिस कारण उसे दर्द हो रहा था। मगर जब विशु ने पहचान लिया तो अगली बारी केशव की थी। जब केशव के सिर पर बोरी डाल कर थप्पड़ मारने का खेल शुरु हुआ तो वह बेहोश हो गया। वहीं परिजनों का आरोप है कि विशु ने बदला लेने के लिए केशव का गला दबाया और उसकी बुरी तरह पिटाई की। जिस कारण उसकी मौत हो गई।
मृतक केशव के भाई तेज गौतम का कहना है कि उसके दोस्तों से पता चला है कि मेरे भाई को 8 लोगों ने पकड़कर पीटा और ऊपर से पॉलीथिन भी डाल दी। जब वह अधमरा हो गया तो उसका गला दबा दिया। मृतक के दोस्त विशु ने ही घर जाकर अपने परिजनों को घटना की जानकारी दी। विशु के परिजन ही बेहोश केशव को निजी अस्पताल लेकर गए। जहां डॉक्टरों उसे मृत घोषित कर दिया गया। विजय नगर थाना प्रभारी अनीता चौहान ने बताया कि मृतक के पिता राजकुमार ने विशु समेत तीन के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया है। विशु को कस्टडी में लेकर पूछताछ की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारण स्पष्ट हो पाएगा।