गरीबों की सेवा करना ही मानव धर्म: केके शर्मा

-गरीब युवक के लिए मसीहा बना सोशल चौकीदार, इलाज के लिए दी दवाई

विनोद पांडेय @ गाजियाबाद। जिसका कोई सहारा नही होता, उसका सहारा भगवान होता है। शायद यहीं शब्द उस समय चरितार्थ होते दिखाए दिया। गरीब युवक को बीमार होने पर जब घर वालों ने घर से बाहर निकाल दिया तो उस युवकी के जीवन में मदद के रूपए फरिश्ता बनकर सोशल चौकीदार सामने आया। सोशल चौकीदार के के. शर्मा ने नंदग्राम निवासी रोहित सैनी को पैर के ईलाज के लिए दवाइयां दी।

रोहित के दोनों पैर खराब हो गए थे। वह अस्पताल में कुछ दिन भर्ती रहा। वहां ईलाज ठीक न होने के कारण एक पैर काटना पड़ा था। फिर रोहित का दूसरा पैर भी खराब होने लगा था। इसकी पीड़ा से केके शर्मा के दिल का दर्द बढ़ता गया। इसे दिल में ही न रखकर उन्होंने ऐसा कुछ करने की ठान ली, जो दिव्यांगों का सहारा बन सके।

के.के. शर्मा ने तत्काल पीडि़त के पैर का इलाज वरदान अस्पताल में 76 हजार रुपए देकर कराया था। ठीक होने के बाद वह ऑटो रिक्शा चलाने लगा था। बाद में पुन: इसके पैर में जख्म हो जाने के कारण उसका ईलाज शर्मा द्वारा कराया जा रहा है। एक पैर पहले ही कट चुका है और दूसरे पैर को बचाने की कोशिश जारी है। रोजाना दवाई-पट्टी का खर्च भी शर्मा द्वारा वहन किया जा रहा है। यह व्यक्ति बर्जर रोग से पीडि़त है।

इसके पास रहने को घर और खाने को भोजन नहीं है। आय का कोई साधन नहीं है। मां-बाप व भाई ने घर से भगा दिया है। उसकी देखभाल करने वाला भी कोई नहीं है। अगले सप्ताह में उसे ट्राई-साईकिल देने का केके शर्मा ने आश्वासन दिया। केके शर्मा ने कहा कि निस्वार्थ भाव से हर गरीब की सेवा करने वाला और जरूरतमंदों की मदद करने वाला ही सच्चा मानव धर्म निभाता है।

सभी प्राणियों में मनुष्य को श्रेष्ठ इसलिए माना जाता है क्योंकि दया, क्षमा, प्रेम और परोपकार की भावना सिर्फ इन्हीं में देखने को मिलती है। गरीबों एवं असहाय लोगों की मदद के लिए ही सोशल चौकीदार का गठन किया गया है। जहां हर जरूरतमंद व्यक्ति की हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि गरीबों की मदद के लिए हाथ बढ़ाएं।