डेस्क टीम @ नई दिल्ली। दिल्ली के नजदीक गाजियाबाद में धर्म संसद का आयोजन करने की तैयारी चल रही है। इसके लिए 17 एवं 18 दिसम्बर की तिथि निर्धारित की गई है। कार्यक्रम में देश के प्रमुख साधु-संतों के अलावा हिंदुवादी कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया जाएगा।
इस दरम्यान सनातन धर्म की रक्षा, हिंदू समाज को जागरूक कर एकजुट किए जाने तथा इस्लामिक जिहाद जैसे विभिन्न मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श होगा। शिव शक्ति धाम डासना में धर्म संसद आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। शिव मंदिर बालाजी धाम हिंडन विहार के महंत स्वामी मछेंद्र पूरी महाराज बुधवार को शिव शक्ति धाम पहुंचे।वहां उन्होंने महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद महाराज से मुलाकात की।
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद ने कहा कि मौजूदा समय हिंदुओं के लिए बेहद कठिन है। वर्तमान में संपूर्ण विश्व की इस्लामिक ताकतें हिंदुओं की अंतिम शरणस्थली भारतवर्ष को निगलने को तैयार बैठी हैं।इसके बावजूद भारत का पूरा राजनीतिक तंत्र इस्लाम के जिहादियों के समक्ष दयनीय समर्पण कर चुका है। ऐसे में किसी ना किसी को अपना बलिदान देकर सनातन धर्म की ज्वाला को प्रचंड करना होगा।
उन्होंने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों पर मंत्रणा करने को 17 एवं 18 दिसम्बर को धर्म संसद आयोजित की जाएगी।कार्यक्रम में देश के सभी प्रमुख साधु-संतों और हिंदुवादी कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया जाएगा। स्वामी अमृतानंद महाराज ने कहा कि भारत में इस्लामिक जिहाद का प्रकोप निरंतर बढ़ रहा है। यह गंभीर चिंता का विषय है।
हिंदू समाज इसका प्रतिकार करने की बजाए दयनीय रूप से समर्पण कर रहा है।इस अवसर पर स्वामी कृष्णानंद गिरी, बालयोगी ज्ञाननाथ, स्वामी ब्रह्मानंद पूरी, स्वामी राम स्वरूपानंद सरस्वती आदि मौजूद रहे।
बता दें कि काफी समय पहले हरिद्वार में संपन्न धर्म संसद पर खासा बवाल मचा था। उस दौरान कुछ वक्ताओं की स्पीच पर विपक्षी दलों ने भी ऐतराज जाहिर किया था। बाद में कानूनी कार्रवाई तक की गई थी।