-बच्चों को ज्ञान के साथ संस्कार देना भी जरूरी: पूनम गौतम
प्रमोद शर्मा @ गाजियाबाद। शारदीय नवरात्रि के उपलक्ष्य मे गौतम पब्लिक सी. सै. स्कूल, पी-ब्लॉक प्रताप विहार में नवरात्रि के प्रथम दिन स्कूल के प्रांगण में नवरात्रि का उत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान विद्यार्थियों ने माता के नौ रूपों का तथा महिषासुर वध का नृत्य के माध्यम से सुष्मिता, नीति, रिया, दिपांशी इत्याति ने अद्भुत प्रदर्शन किया। इसके साथ-साथ ही योगा कल्ब के विद्यार्थियों आशीष, अखिल, शिवम, अमृत पाल इत्याति ने हनुमान चालीसा का विभिन्न योगा आसनों के माध्यम से अद्भुत प्रदर्शन किया। सुंदर शेर पर सवार माता रानी के आदित्य मनमोहक रूप ने सबका मन मोह लिया।
इस दौरान विद्यार्थियों नेे राम लीला का मंचन करते हुए बुराई पर अच्छाई पर जीत पाने के लिए प्रेरित किया। विद्यालय की प्रधानाचार्या पूनम गौतम ने माता दुर्गा के सुंदर नौ रूपों के बारे में बताते हुए कार्यक्रम की शुरूआत की। उन्होंने कहा इस उत्सव को मनाने का उद्देश्य बच्चों को संस्कार और संस्कृति से जोड़े रखना है। क्योंकि इस प्रकार की गतिविधियां विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति के साथ तथा उसके भावों के साथ जोड़े रखती हैं। बच्चों को धर्म नैतिक संस्कार सिखाएं। उन्होंने कहा कि बच्चों को स्कूली शिक्षा दिलाएं लेकिन उन्हें पहले मंदिर दर्शन पूजा करना भी सिखाएं। उपप्रधानाचार्या तनूजा ने बताया हमारी धार्मिक परंपरा, सांस्कृतिक, रीति-रिवाज, विरासत की पहचान त्यौहारों से ही हैं।
त्यौहार ही हमें एक दूसरे से जोड़ते है। हर त्यौहार से हमें सत्य की राह पर चलने की प्रेरणा मिलती है। इसलिए हमें त्यौहारों से सीख लेते हुए त्यौहार मनाने चाहिए। नवरात्रि में दुर्गा हम मां के नौ रूपों को पूजते है। देवी पूजन की यह प्रथा भारत में स्त्रियों के सम्मान का भी संदेश देती है। एकेडमिक हेड चेतन शर्मा ने मर्यादा पुरूषोत्म श्री राम चन्द्र जी और विजय दशमी के महत्व के बारे में बताया। उपप्रधानाचार्या ने हनुमान जी के विभिन्न कलाओं तथा मां दुर्गा के नौ रूपों के विषय में विद्यार्थियों को बताया।