नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में चोरों ने अब दिल्ली सरकार को सेंध लगाने का मन बना लिया है | अब उनकी नजर दिल्ली सरकार द्वारा लगाए गए कैमरों और हार्ड डिस्क पर पड़ गई है | दिल्ली सरकार की सीसीटीवी कैमरे योजना के तहत पूरी दिल्ली में कैमरे लगाए गए हैं, लेकिन इन पर चोर हाथ साफ कर रहे हैं।
कैमरे लगाने वाली कंपनी ने पुलिस को भी इस बारे में शिकायत दी है और विधायकों ने भी पुलिस के सामने यह समस्या रखी है। इन विधानसभा में 700 से ज्यादा हार्ड डिस्क चोरी हो चुकी हैं। कंपनी से जुड़े अधिकारी ने बताया कि एक हार्ड डिस्क 8 से 9 हजार रुपये की होती है और चोर इसको कम कीमत पर मार्केट में बेच देते हैं।
ग्रेटर कैलाश के विधायक सौरभ भारद्वाज ने बताया कि उनकी विधानसभा में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों से 28 हार्ड डिस्क चोरी हो चुकी हैं। उनका कहना है कि ये एक संगठित गिरोह है, जो दिल्ली सरकार के सीसीटीवी से हार्ड डिस्क चोरी कर रहा है। दिल्ली पुलिस को इस पर मुस्तैदी से काम करना चाहिए। ग्रेटर कैलाश विधानसभा में भी बड़ी तादाद में सीसीटीवी कैमरों से हार्ड डिस्क चोरी हुई हैं। मॉडल टाउन विधानसभा से भी हार्ड डिस्क चोरी हुई हैं। भारद्वाज का कहना है कि कैमरों से हार्ड डिस्क चोरी करने वालों की तरीका भी एक जैसा है। ये लोग कैमरे ठीक करने के बहाने आकर आसानी से चोरी कर रहे हैं। इनके पास सीढ़ी होती है और कैमरों से हार्ड डिस्क, सिम कार्ड निकाल लेते हैं। भारद्वाज ने कहा कि इलाके में हुई कुछ घटनाओं की पड़ताल के लिए कुछ सीसीटीवी को देखा तो सामने आया कि कुछ रिकॉर्ड नहीं हुआ है। उसके बाद पता चला कि कैमरों में हार्ड डिस्क ही नहीं है। उनका कहना है कि इस मामले में एक आरोपी को जेल भी भेजा गया था। पुलिस को यह पता करना चाहिए कि चोरों ने हार्ड डिस्क कहां पर बेची। फिर पूरे रैकेट का खुलासा हो सकता है।