छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज ना होने पर भारतीय किसान यूनियन भानू ने थाने का किया घेराव

सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलंदशहर आज भारतीय किसान यूनियन भानू ने (युवा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप सिंह राष्ट्रीय महासचिव मनीषा सिंह राष्ट्रीय महामंत्री रविंद्र भाटी जिला प्रभारी अभय भारद्वाज आदि किसानों ने लड़की के छेड़छाड़ के मुकदमे में दर्ज ना होने पर अरनिया थाने पहुंचकर कोतवाली का किया घेराव पीड़ित रेनू ने बताया कि गांव थाना अरनिया की रहने वाली हूं काफी साल पहले पिता की मृत्यु हो चुकी है।

भाई बाहर रहता हैं माता गुड्डी देवी के साथ रहती हूं हमारे नजदीकी पड़ोसी प्रताप के पुत्र शंकरलाल जिनके हमारे घेर में खेत मिले हुए हैं। पुरानी रंजिश चली आ रही है। वह लोग इनके अन्य लड़के आए दिन उसकी माता बहनों को तरह-तरह से तंग कर परेशान करते रहते हैं। और आए दिन हमारे साथ बदतमीजी करते रहते हैं।इनके परिवार के संदीप पुत्र विकास पुत्र मुरारी राहुल पुत्र यशपाल ने दिनदहाड़े रेनू के साथ छेड़छाड़ की और विरोध करने पर मारपीट की गई। इसके बावजूद थाने में शिकायत पत्र दिया गया जिस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई उन लोगों के हौसले बढ़ गए फिर 3 जनवरी को रात्रि 7:30 बजे अपने मामा की पुत्री अर्चना के साथ दूध लेकर आ रही थी।

तो प्रताप सुरेंद्र ने हाथ पकड़ लिया और खाली पड़ी सुनसान जगह को खींचने लगे अर्चना के शोर-शराबे पर आसपास के लोग इकट्ठा होने पर उठाने की धमकी देकर भाग गए ।इसके बावजूद दो बार 112 नंबर पर कॉल की परंतु कोई कार्यवाही नहीं की गई ना कोई पुलिस वाला आया।पीड़ितों का कहना कि इनकी पुलिस से ऊंची पहुंच है ।संपत्ति वान और राजनीतिक प्रभाव के दबंग है। अवैध हथियार रखते हैं इनके खिलाफ किसी के मुंह खोलने की हिम्मत नहीं होती है। कहते हैं कि पुलिस वाला हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती आज तक थाना में पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई।

थाने से हमको धमकाकर कर भगा देते हैं वही आज भारतीय किसान यूनियन भानू ने पहुंच कर कोतवाली का किया घेराव जिसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षों को बुलाकर पुलिस और कार्तिकेय संगठनों के कार्यकर्ताओं ने दोनों पक्षों का कराया समझौता समझौता होने के बाद पीड़िता अपने घर जा रहे थे तो रास्ते में चीकू ऊर्फ संदीप व उसके साथ और चार लड़कों ने इन लड़कियों के साथ फ़िर से बदतमीजी की इसके बाद भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने पुलिस से कह कहा कि इन अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। अन्यथा तो भारतीय किसान यूनियन भानु धरना प्रदर्शन करेगा और इनको इंसाफ दिलाएगा। उत्तर प्रदेश के आश्वासन के बाद भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता लौटे वापस।