जनपद में सबसे संवेदनशील शराब तस्करों के गढ़ पर आबकारी विभाग की पैनी नजर

-आबकारी निरीक्षकों ने होटल, रेस्टोरेंट में की छापेमारी की कार्रवाई
-अवैध शराब के निर्माण, बिक्री एवं परिवहन के खिलाफ विशेष चलाया चेकिंग अभियान

गौतमबुद्ध नगर। दशहरा पर्व नजदीक आते ही शराब माफिया ने भी अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है। वही दूसरी तरफ जिले के शराब माफिया शहरी इलाके से लेकर ग्रामीण इलाके में शराब की बड़ी-बड़ी खेप की सप्लाई करने की जुगत में है। जिले में शराब माफियाओं ने अपना जाल मकडज़ाल की तरह फैला रखा है। जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में आबकारी निरीक्षकों को टीम शराब तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ-साथ बिना लाइसेंस होटल, रेस्टोरेंट में शराब परोसने वालों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। शहर के होटल, रेस्टोरेंट के साथ कई मैरिज होम, बैंक्वेट हॉल संचालकों को भी ऐसी पार्टी के लिए लाइसेंस लेना अनिवार्य है। आबकारी अधिकारियों ने ऐसे संभावित स्थानों पर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। विभाग ने छोटे-बड़े तस्करों की सक्रियता को जड़ से खत्म करने के लिए जो रणनीति बनाई है, उससे तस्करों को झटका लगने वाला है।

15 अगस्त के दौरान जनपद में शराब माफिया पर नकेल कसने में आबकारी विभाग की मजबूत रणनीति ने शराब माफिया की दाल गलने नहीं दी थी। इसी तर्ज पर अब आबकारी विभाग दशहरा पर्व को ध्यान में रखे हुए कार्रवाई कर रहा है। त्योहारी सीजन में खासकर दिल्ली, हरियाणा एवं हिमाचल प्रदेश की सस्ती शराब की गौतमबुद्ध नगर के अलावा बाहरी राज्यों में भी खासी डिमांड रहती है। यूपी के मुकाबले इन राज्यों की शराब सस्ती होती है। बाहरी राज्यों की सस्ती शराब को चोरी-छिपे बेचकर तस्कर मोटा मुनाफा कमाने की फिराक में रहते हैं। शराब तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए आबकारी विभाग पूरी ताकत के साथ अभियान चला रहा है। आबकारी विभाग का विशेष प्रवर्तन अभियान शराब तस्करों पर भारी पड़ रहा है। सख्ती बढऩे के कारण शराब तस्कर भी पांव पीछे खींचते दिखाई दे रहे हैं। दरअसल शराब तस्करों पर शिकंजा कसने के लिए जिला आबकारी अधिकारी द्वारा नई-नई रणनीति बनाकर काम कराया जाता है।

जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया शनिवार रात व रविवार को आबकारी निरीक्षक डॉ. शिखा ठाकुर, आशीष पाण्डेय, रवि जायसवाल, गौरव चन्द, अभिनव शाही, चन्द्रशेखर सिंह, नामवर सिंह की टीम द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में शराब तस्करों के संबंधित ठिकानों पर दबिश के साथ-साथ चेकिंग अभियान चलाया गया। हाईवे पर सभी वाहनों को रोक कर चेकिंग की गई। हरियाणा प्रदेश के बॉर्डर पर स्थित यमुना खादर के क्षेत्र में स्थित फार्म हाउस व हरियाणा के तरफ से आने वाले वाहनों को चेक किया गया। साथ ही साथ गैर प्रांत की अवैध शराब के बारे में लोगों को जागरूक किया गया और इस संबंध में उत्तर प्रदेश आबकारी अधिनियम की धाराओं से अवगत कराते हुए लोगों को सचेत भी किया गया।

जिले में कहीं भी अवैध शराब का कारोबार होता है तो उसकी सूचना आबकारी विभाग को दें। जिस पर आबकारी विभाग द्वारा तत्काल कार्रवाई की जाएगी और सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम व पता पूरी तरह से गुप्त रखा जाएगा। आपकी जागरुकता से ही अवैध शराब के कारोबार को समाप्त किया जा सकता है। साथ ही शराब की दुकानों पर गुप्त टेस्ट परचेजिंग कराई गई। जहां किसी भी प्रकार की अनियमितता नही पाई गई और रेस्टोरेंट एवं बार पर भी चेकिंग अभियान चलाया गया। उन्होंने बताया जनपद को शराब तस्करों के कब्जे से मुक्त रखने की मुहिम निरंतर चलाई जा रही है। इसमें कामयाबी भी मिल रही है। सभी आबकारी निरीक्षक गंभीरता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। आबकारी निरीक्षकों को समय-समय पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाते हैं ताकि शराब तस्करों की बदली रणनीति को नाकाम किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी।