जनपद में 758 फ्रंट लाइन वर्कर्स को लगा कोरोना का टीका


सुरेन्द्र भाटी@बुलन्दशहर_बुलन्दशहर जनपद में शुक्रवार को कोरोना टीकाकरण के दूसरे चरण का शुभारम्भ हुआ जिसमें जनपद के 758 फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना से बचाव का टीका लगाया गया इसके लिए 25 बूथ बनाए गये थे तय कार्यक्रम के अनुसार पहले पांच फरवरी को स्वास्थ्यकर्मियों के लिए मॉप-अप राउंड होना था|

लेकिन अब मॉप-अप राउंड 15 फरवरी को होगा और उसी दिन पहले चरण के पहले राउंड 16 जनवरी में प्रतिरक्षित किए गए स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड के टीके की दूसरी डोज दी जाएगी
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.  भवतोष शंखधर, ने बताया शुक्रवार को जनपद के 25 बूथ पर टीका कारण किया गया है जिसमें 14 केंद्रों पर स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया है|

,जबकि नौ केंद्रों फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना टीका लगाया गया है कोरोना टीकाकरण के दूसरे चरण में जनपद के 1034 फ्रंट लाइन वर्कर्स को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है| जिसमें शुक्रवार को 758 फ्रंट लाइन वर्कर्स को टीका लगाया गया जनपद के 25 केंद्रों पर कुल कुल 1871 टीका लगाए गए हैं|

जिसमें 1113 स्वास्थ्य कर्मियों के टीका लगाया है उन्होंने बताया शासन द्वारा जारी कलेंडर और गाइडलाइन के अनुसार फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण कराया गया है इसके साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों को दी जाने वाली दूसरी डोज के लिए भी कार्यक्रम तय कर दिया गया है|

जिसके आधार पर जनपद में स्वास्थ्यकर्मियों को टीका की दूसरी डोज दी जाएगी चिन्हित फ्रंट लाइन वर्कर्स में से दस फीसदी का टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया था इसमें पुलिस, राजस्व नगर निगम अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी जिन्होंने कोरोना काल में डयूटी की थी वह शामिल हैं|

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. सुष्पेन्द्र कुमार, ने बताया जनपद में 10258 स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना बचाव का पहला टीका लगाया जा चुका है पोर्टल पर 16174 स्वास्थ्यकर्मियों का डाटा अपलोड है प्रथम चरण में टीकाकरण से वंचित रह गये स्वास्थकर्मियो को 15 फरवरी को टीका लगाया जाएगा उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिये सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन करें और घर से बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग जरूर करें जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. रोहताश यादव ने बताया जिन कोरोना योद्धाओं के पास टीकाकरण के लिए मैसेज नहीं पहुंचा है|

अब उनकी लिस्ट दोबारा अस्पताल प्रशासन से लेकर पोर्टल पर दर्ज की जाएगी उन्होंने बताया कोविड के मरीजों की संख्या कम हो जाने के बाद अन्य विभागों से आए अधिकारी कर्मचारियों को उनके विभागों में वापस भेज दिया गया है ।