सुरेन्द्र सिंह भाटी@बुलंदशहर आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने मुख्य अभिन्ता विद्युत सहित विभाग के अधिकारियों के साथ जनपद के किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ विद्युत विभाग द्वारा ट्यूबवैल पर लगाये जा रहे मीटर का किसानों द्वारा किये जा रहे विरोध एवं बिजली की समस्याओं के निस्तारण के संबंध में महत्त्वपूर्ण बैठक की गई। बैठक में विद्युत विभाग द्वारा ट्यूबवैल पर लगाये गये मीटरों को किसानों द्वारा हटाये जाने पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई। नए लगाये जा रहे मीटरों के संबंध में फैली भ्रान्तियों को दूर करने के लिए मुख्य अभियन्ता विद्युत द्वारा इसके बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई।
उन्होंने बताया कि मीटर के द्वारा सिर्फ किसानों द्वारा कितनी विद्युत उपयोग की जा रही है उसका आंगणन करना है। शासन द्वारा निर्धारित देय 85 रू0 प्रति हॉसपावर के आधार पर ही किसानों से विद्युत का चार्ज लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि मीटर लगाने का उद्देश्य प्रयोग की गई विद्युत के बारे में जानकारी करना है, बिल बनाने के दौरान ऊर्जा के लेखांकन के अनुसार प्राप्त ऊर्जा मूल्य तथा उपभोक्ताओं के बीजल की धनराशि के अंतर का विवरण पावर कॉरपोरेशन द्वारा शासन को उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि नलकूप पर मोटर के भार के अनुसार उचित रेटिंग का कैपिसीटर लगाने से सही वोल्टेज प्राप्त होती हैं।
एवं मोटर की लाइफ में भी वृद्धि होती है। ऊर्जा की खपत का सही आंकलन होने से लो वोल्टेज, अधिक भार के कारण तार एवं ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त होने जैसी समस्याओं से भी बचा जा सकता है तथा निर्धारित विद्युत की आपूर्ति भी रोस्टर के अनुसार प्राप्त होगी।
बैठक में किसान संगठनों के पदाधिकारियों द्वारा मीटर लगाये जाने के विषय में प्रस्तुत की गई शंकाओं का विद्युत विभाग के अधिकारियों द्वारा समाधान किया गया। इस अवसर पर किसानों द्वारा ट्यूबवैल पर लो-वोल्टेज आने की समस्याओं के बारे में अवगत कराये जाने पर जिलाधिकारी द्वारा विद्युत विभाग को निर्देश दिये कि निर्धारित वोल्ट की विद्युत आपूर्ति किये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। जिलाधिकारी ने किसान संगठनों के पदाधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि मीटर के संबंध में किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान नहीं देते हुए अन्य किसानों को भी सही तथ्यों से अवगत कराया जाये।
उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों के साथ समन्वय करते हुए उन्हें सही तथ्यों के बारे में अवगत कराया जाये। कार्यालय में भी आने वाले किसानों के साथ मृदु व्यवहार कर उनकी समस्याओं का निस्तारण करें। इसके साथ ही दूरभाष पर भी आने वाली सभी कॉल को रिसीव कर उपभोक्ता की समस्या का निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में किसानों के साथ संवाद बनाये रखने से किसानों में कोई भ्रांतियां नहीं होगी।
विद्युत विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों का दायित्व है कि किसानों एवं नलकूप उपभोक्ताओं को सही जानकारी देने के साथ साथ अफवाहों का खंडन कर योजना का व्यापक प्रचार प्रसार भी कराया जाये।
बैठक में संगठन के प्रतिनिधियों द्वारा मीटर हटाने पर किसानों के विरुद्ध दर्ज हुए मुकदमो को वापस लिए जाने का अनुरोध किया गया। इस सम्बंध में एसएसपी श्लोक कुमार ने कहा कि किसी भी किसान का शोषण नहीं किया जाएगा। जिनके भी द्वारा मीटर हटाये गए हैं वह पुनः मीटर लगवा ले।
उनके द्वारा पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि निष्पक्ष, पारदर्शिता के साथ विवेचना की जाए। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा कोई भी योजना लागू सोच समझकर ही लागू की जाती है। इसलिए मीटर लगाने का उद्देश्य केवल प्रयोग में लायी जा रही विद्युत का पता करना है इसलिए किसान भृमित न होकर मीटर लगवाए। कोई भी किसान भाई कानून का उल्लंघन न करें।