किराना की दुकानों पर की गयी सेवईयां, कई प्रकार के मेवों की खरीददारी
रेडीमेड, जूते, कास्मेटिक व ब्यूटी पार्लर न खुलने से भी महिलाओं व युवाओं में दिखी मायूसी
दीपक वर्मा@ शामली। मुस्लिम समुदाय के प्रमुख त्यौहार ईद-उल-फितर को लेकर रविवार को साप्ताहिक बंदी के बावजूद भी बाजार खुले, इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईद के पर्व को लेकर जमकर खरीददारी की जिसके चलते बाजारों में अच्छी खासी भीड़ रही, सबसे ज्यादा सेवईया व कई प्रकार के मेवों की खरीददारी की गयी। हालांकि साप्ताहिक बंदी में रेडीमेड, जूतों व सौंदर्य प्रसाधनों की दुकानों को छूट न मिलने के चलते युवाओं, बच्चों व महिलाओं में मायूसी जरूर दिखी लेकिन त्यौहार को लेकर उनमें उत्साह भी बना रहा। मुस्लिमों का कहना था कि उनमें ईद को लेकर उत्साह तो है लेकिन इस समय देश में कोरोना का प्रकोप है इसलिए वे अपने घरों में ईद मनाकर खुदा से देश को इस संकट से निजात दिलाने की दुआ भी करेंगे। जानकारी के अनुसार मुस्लिम समुदाय का प्रमुख त्यौहार ईद-उल-फितर सोमवार को मनाया जाएगा। जिला प्रशासन द्वारा भी मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को देखते हुए रविवार को साप्ताहिक बंदी के बावजूद भी किराना, फल, दूध, सब्जी आदि की दुकानों को सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक खोलने की छूट दी गयी थी। सुबह के समय जैसे ही बाजार खुले, लोगों की अच्छी खासी भीड़ उमड़ पड़ी, इनमें मुस्लिम समुदाय के लोगों की संख्या अधिक थी, महिलाएं, पुरुष, युवा व बच्चों ने बाजारों में पहुंचकर ईद के सामानों सेवईयां, कई प्रकार के मेवों व अन्य सामानों की खरीददारी की। किराना की दुकानों पर भी भारी भीड़ रही जिसके कारण सोशल डिस्टेंस का भी पालन नहीं हुआ।
लोग सामान की खरीददारी करने के लिए जल्दबाजी में रहे। बाजारांे में सोशल डिस्टेंस का पालन कराने के लिए पुलिस को भी सख्ती बरतनी पडी, पुलिस ने कई दुकानों पर जमा भीड को फटकार लगाते हुए सोशल डिस्टेंस के साथ ही खरीददारी करने की हिदायत दी। दूसरी ओर मुस्लिम समुदाय के लोगों में रेडीमेड गारमेंट, जूतों की दुकाने न खुलने से मायूसी नजर आयी वहीं सौंदर्य प्रसाधन, ब्यूटी पार्लर, जनरल स्टोर, मेहंदी लगाने की दुकान भी बंद रहने से महिलाओं के चेहरों पर उदासी देखी गयी। हालांकि ईद के त्यौहार को लेकर मुस्लिम समुदाय में उत्साह भी देखा जा रहा है। उनका कहना है कि वे त्यौहार को खूब धूमधाम से मनाना चाहते थे लेकिन देश में फैल रहे कोरोना वायरस को देखते हुए वे इस बार अपने घरों में ही सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए ईद का त्यौहार मनाएंगे तथा खुदा से इस संकट से निजात दिलाने की दुआ भी करेंगे तथा अपने दोस्तों व रिश्तेदारों को भी घरों में ही रहकर ईद की नमाज अदा करने व त्यौहार मनाने की अपील करेंगे।
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ईद की तैयारी में जुटी महिलाएं
शामली। मुस्लिम समुदाय के प्रमुख त्यौहार ईद को लेकर महिलाएं भी अपनी तैयारियों में जुटी हुई हैं। कोई सेवईयां बनाने की तैयारी कर रही है तो कहीं घर पर ही मिठाईयां बनाई जा रही है। मुस्लिम महिलाओं का कहना था कि वे हर साल ईद के त्यौहार को खूब धूमधाम के साथ मनाती हैं लेकिन इस बार कोरोना महामारी ने त्यौहारों का रंग फीका कर दिया है। लाॅक डाउन के कारण बाजार बंद है, लोग अपने घरों में रह रहे हैं। केवल सुबह के समय ही बाजारों में खरीददारी की छूट दी गयी है, ऐसी महामारी में भला त्यौहार धूमधाम से कैसे मनाएं इसलिए वे अपने घरों में ही रहकर त्यौहार की तैयारियों मंे जुटी हुई है। घर पर ही मेवों युक्त सेवईयां व कई प्रकार की मिठाईयां बनाने की तैयारी हो रही है, परिवार के सभी लोग मिल जुलकर घर में ही ईद का त्यौहार मनाएंगे तथा खुदा से इस महामारी से निजात दिलाने की दुआ करेंगे।
ईद पर रहेगी कडी चैकसी
शामली। सोमवार को ईद-उल-फितर को लेकर जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह अलर्ट हो गया है। ईद को लेकर शहर में कडी चैकसी रहेगी तथा ड्रोन से भी मस्जिदों व मुस्लिम मौहल्लों की कडी निगरानी की जाएगी। पुलिस प्रशासन ने भी मुस्लिम समुदाय सेे घर में ही नमाज अदा करने की अपील की है। जानकारी के अनुसार सोमवार को ईद-उल-फितर के त्यौहार को लेकर पुलिस प्रशासन ने अपनी कमर कस ली है। ईद के दिन सभी मस्जिदों व मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी, वहीं ड्रोन सभी कडी निगरानी कराई जाएगी। जिला प्रशासन द्वारा पहले ही मुस्लिम समुदाय के लोगों से घरों में ही ईद का पर्व मनाने व नमाज अदा करने की अपील की है लेकिन इसके बाद भी पुलिस विभाग त्यौहार को लेकर पूरी सतर्कता बरत रहा है। पुलिस प्रशासन द्वारा मुस्लिम समुदाय के लोगों व धर्म गुरुओं से भी ईद की नमाज घरों में ही अदा करने की अपील कर रहा है।