गौतमबुद्ध नगर। दिवाली का त्योहार जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है। वैसे-वैसे शराब माफिया भी अपनी अवैध दुकान को चलाने की जुगत में लग गए है। जिले में अवैध शराब का कारोबार हो या ओवर रेटिंग या फिर शराब विक्रेताओं से अवैध वसूली करने वाले ब्लैकमेल अब आबकारी विभाग की नजर से बच नहीं पाएंगे। अवैध शराब के कारोबार में शामिल लोगों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए आबकारी अधिकारी ने जिले में विशेष प्रवर्तन अभियान के साथ-साथ ऑपरेशन प्रहार अभियान की भी शुरुआत कर दी है। जिले में आबकारी विभाग का ऑपरेशन प्रहार यह अभियान कोई शासन की ओर जारी नहीं किया गया है। बल्कि जिले में विशेष प्रवर्तन अभियान के बीच में चलाए गए ऑपरेशन प्रहार उन लोगों के लिए है। जो जिले में अवैध शराब के कारोबार में शामिल है। बाहरी राज्यों से शराब तस्करी करने वाले माफिया हो या फिर जिले में चोरी छिपे शराब तस्करी करने वाले तस्कर सभी को एक ही कार्रवाई में जद में लाकर सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। साथ ही अपने लालच के लिए आबकारी विभाग की छवि को धूमिल करने वाले विक्रेता और ब्लैकमेल भी ऑपरेशन प्रहार की निगाह में रहेंगे।
अगर आप गौतमबुद्ध नगर जिले में अवैध शराब का कारोबार या फिर किसी भी शराब विक्रेता से अवैध वसूली करने की सोच रहे है तो सावधान हो जाइए। क्योंकि शराब विक्रेताओं पर अपनी नकेल कसते हुए आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव खुद फुल फार्म में आ गए है। आबकारी विभाग की टीमें वैसे लगातार दबिश एवं चेकिंग की कार्रवाई तो कर ही रही है। साथ आबकारी अधिकारी भी खुद सड़कों पर उतर कर गौतमबुद्ध नगर की सीमा से होने वाली शराब तस्करी को रोकने के लिए मोर्चा संभाले हुए है। साथ ही जिले की लाइसेंसी शराब की दुकानों का भी औचक निरीक्षण कर रहे है। जिले में शराब तस्करों के खिलाफ चल रही कार्रवाई का ही नतीजा है कि उत्तर प्रदेश में गौतमबुद्ध नगर राजस्व के मामले में 9वें स्थान पर है। आबकारी अधिकारी ने दिवाली पर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिए सभी आबकारी निरीक्षकों को सख्त निर्देश हुए है कि सभी अपने सरकारी कामकाज को खत्म करने के साथ दिन-रात एक ही मिशन पर मिलकर काम करें। सभी का एक ही उद्देश्य होना चाहिए कि जिले में अवैध शराब का कारोबार बिल्कुल न हो और दुकानों पर ओवर रेटिंग की शिकायत बिल्कुल भी न मिलें। साथ ही रात्रि में विशेष अभियान चलाकर शराब तस्करों के ठिकानों पर दबिश जाए। अगर किसी के कार्यों में लापरवाही सामने आई तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
दिवाली को लेकर शराब माफिया के साथ जिले में अपनी कमाई के लिए इन दिनों सोशल मीडिया पर ब्लेकमेलरों की कमी नहीं है। आए दिन अपनी कमाई के चक्कर में हाथों में मोबाइल लेकर भीड़भाड़ वाली दुकानों पर पहुंच जाते है या फिर दो तीन साल पुरानी वीडियो और फोटो के साथ छेड़छाड़ कर विभाग को बदनाम करने का प्रयास करते है। मगर अब जिले में उनकी मनमानी नहीं चलेगी, आबकारी अधिकारी ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से विभाग की छवि को धूमिल करने वाले फर्जी शिकायतकर्ताओं पर भी कार्रवाई तेज कर दी है। अगर शिकायतकर्ता शिकायत के बाद जांच में सहयोग नहीं करता है या फिर उसकी शिकायत फर्जी पाई जाती है तो संबंधित के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज होगी।
शराब की दुकानों पर आबकारी अधिकारी के निरीक्षण से मचा हड़कंप
जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया जिले में अवैध शराब के कारोबार पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए आबकारी विभाग की टीमें लगातार कार्रवाई कर रही है। साथ ही अवैध शराब के मामले में जेल से छूटकर आए तस्करों के घर भी लगातार दबिश दी जा रही है। दिवाली को लेकर अवैध रूप से शराब तस्करी की आशंका बढ़ जाती है। दिवाली में शराब माफिया से निपटने के लिए आबकारी निरीक्षक आशीष पाण्डेय, डॉ. शिखा ठाकुर, गौरव चन्द, रवि जायसवाल, नामवर सिंह, अभिनव शाही और चन्द्रशेखर सिंह की एक संयुक्त टीम गठित की गई है। यह टीमें एक दूसरे के क्षेत्र में कार्रवाई के दौरान अपना सहयोग प्रदान करेंगी। साथ ही आबकारी विभाग के साथ प्रवर्तन मेरठ और जीएसटी की टीमें भी कार्रवाई में अपना सहयोग दे रही है। होली और लोकसभा का चुनाव में शराब माफिया के खिलाफ जिस रणनीति पर काम किया गया था, उसी रणनीति पर फिर से काम किया जा रहा है।
बाहरी राज्यों से शराब तस्करी करने वाले माफिया हो या फिर छुटमुट तस्कर अब उनकी मनमानी बिल्कुल भी नहीं चलेगी। जिले से शराब तस्करों को खदेड़ने के लिए ऑपरेशन प्रहार अभियान भी चलाया जा रहा है। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया आबकारी निरीक्षकों के साथ व खुद भी लगातार शराब की दुकानों का औचक निरीक्षण किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान दुकान का स्टॉक चेक करने के साथ दुकानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच की जा रही है। दुकानों पर लगातार गोपनीय टेस्ट परचेजिंग भी कराई जा रही है। जिससे शराब की दुकानों पर ओवर रेटिंग करने वाले विक्रेताओं पर कार्रवाई की जा सकें। साथ ही सभी अनुज्ञापियों को भी सख्त निर्देश दिए गए है कि खुद भी लगातार दुकानों का निरीक्षण करें और शराब विक्रेताओं के कार्यों पर अपनी नजर रखें।
राजमार्ग और राष्ट्रीय मार्ग पर आबकारी विभाग ने बढ़ाई चौकसी
दिवाली को लेकर जिले में शराब तस्करों से निपटने के लिए आबकारी अधिकारी ने खास इंतजाम किए हुए है। दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर के साथ सभी टोल और राजमार्ग के साथ राष्ट्रीय मार्ग पर आबकारी विभाग की टीम ने शराब तस्करों के खिलाफ अपना जाल बिछा दिया है। त्योहारी सीजन में शराब माफिया दिल्ली व हरियाणा से सटे जिले व राज्यों में शराब तस्करी भले ही न करें। मगर उनका पूरा फोकस बिहार में शराब तस्करी के लिए हर बार होता है। जिसके लिए वह उत्तर प्रदेश जिले की सबसे सुरक्षित जिलें की सीमा से होते हुए बिहार में शराब पहुंचाने का प्रयास करते है। गौतमबुद्ध नगर दिल्ली व हरियाणा की सीमा से सटा होने के कारण सबसे अधिक संवेदनशील क्षेत्र है। जिसके लिए आबकारी विभाग की टीम को भी खूब मेहनत करनी होती है। दिल्ली व हरियाणा बॉर्डर पर आबकारी विभाग की टीमें तीन शिफ्टों में 24 घंटे पहरा दे रही है। शराब तस्करों के लिए अब गौतमबुद्ध नगर खतरे से खाली नहीं है।