- मावा लेने वालांे की भी हलवाईयों के यहां लगी रही लाइन
दीपक वर्मा@ शामली। जन्माष्टमी के मौेके पर शहर में दूध की भारी किल्लत हो गयी। लोग दूध की तलाश में यहां वहां भटकते रहे, ग्रामीण क्षेत्रो से आने वाले दूधियाओं ने भी दूध देने से हाथ खडे कर दिए। लोगों को विभिन्न कंपनियों के सीलबंद दूध के पैकेट खरीदकर काम चलाना पडा। दूसरी ओर हलवाईयों के यहां भी मावा खरीदने वालों की भीड लगी रही। हलवाईयों ने भी मावा के नाम पर मुंह मांगे दाम वसूल किए।
जानकारी के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मंगलवार को धूमधाम एवं श्रद्धा से मनाया गया। इस दौरान शहर में दूध की भारी किल्लत हो गयी। भगवान की प्रिय मिठाई बनाने के लिए लोगों को दूध लेने के लिए यहां वहां भटकना पडा लेकिन दूध नहीं मिल पाया। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले दूधियाओं ने भी दूध न होने की बात कहते हुए अपने हाथ खडे कर दिए। दूधियाओं का कहना था कि ग्रामीण क्षेत्रांे में लोग जन्माष्टमी के लिए दूध से मावा निकालते हैं जिस कारण ग्रामीणांे ने मंगलवार व बुधवार को दूध देने से इंकार कर दिया और इसी के चलते दूध की भारी किल्लत झेलनी पड रही है। जब कहीं दूध नहीं मिल तो लोगों ने विभिन्न कंपनियों के दूध के पैकेट खरीदकर काम चलाया। कई लोग तो दूध लेने के लिए आसपास के गांवों तक पहुंच गए लेकिन दूध नहीं मिल पाया। घरों में महिलाएं दिन भर भगवान की प्रिय मिठाई बनाने के कार्य में जुटी रही। पंजीरी से संबंधित सामान खरीदने वालों की किराना की दुकानों पर अच्छी खासी भीड लगी रही। दूसरी ओर हलवाईयों के यहां भी मावा खरीदने वालों की भीड लगी रही जिसके चलते मावे के दाम आसमान पर पहुंच गए। हलवाईयों ने भी मावे के नाम पर मुंह मांगे दाम वसूल किए।