- रालोद ने अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपा
- भार वापस न लिए जाने पर धरना प्रदर्शन व आंदोलन की चेतावनी
दीपक वर्मा@ शामली। राष्ट्रीय लोकदल ने निजी नलकूप कनेक्शन वाले किसानांें का भार बढाकर 12.5 किए जाने के आदेश को तुरंत वापस लेने की मांग को लेकर हंगामा प्रदर्शन किया तथा अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपकर समस्या के समाधान की मांग की। रालोद ने चेतावनी दी कि यदि इस आदेश को वापस नहीं लिया गया तो रालोद धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर हो जाएगी। जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय लोकदल पदाधिकारियों ने विद्युत वितरण खंड अधीक्षण अभियंता से मिलकर निजी नलकूप कनेक्शन वाले किसानों का भार बढाकर 12.5 अश्व शक्ति किए जाने संबंधी आदेश पर आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना के कारण जहां एक और किसानों की आजीविका व रोजगार खत्म हो गए हैं वहीं दूसरी ओर कोरोना के चलते लाॅकडाउन के कारण किसानों की फसलें, गेहूं, सरसों, फल, फूल, सब्जियां, बागवानी आदि को किसान या तो बाजार तक नहीं पहुंचा पाए या उनकी लागत भी वसूल नहीं हो पायी, इस पर और अधिक किसानों की गत वर्ष का बकाया गन्ना भुगतान भी अभी तक न होने के कारण किसान कर्ज में डूबकर भुखमरी की कगार पर पहुंच गया है। ऐसे संकट के समय में जहां आपके विभाग से मानवता के नाते जहां ये अपेक्षा की जानी चाहिए कि किसानों के कनेक्शनों की पावर घटाकर तथा विद्युत दर को कम कर असहाय, लाचार किसानों को कुछ राहत दी जाए, उसके उलट विद्युत विभाग द्वारा किसानों के नलकूप कनेक्शन की पावर बढाकर 12.5 अश्वशक्ति करना निंदनीय है। उन्होंने जनहित में किसानों के नलकूप कनेक्शन का भार बढाकर 12.5 किए जाने वाले प्रस्तावित आदेश को तुरंत वापस लेने की मांग की। रालोद ने चेतावनी दी कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो रालोद धरना, प्रदर्शन एवं आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएगी। इस अवसर पर ऋषिराज राझड, डा. विक्रांत जावला, बाबूराम पंवार, पप्पू, सर्वेश कुमार, रजनीश कोरी, राव उस्मान, राव खालिद, गुलाब सिंह, आशुतोष पंवार,डा. सऊद हसन आदि मौजूद रहे।