IN8@नूंह,मेवात….उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने बताया कि बच्चों, किशोरियों व महिलाओं में कुपोषण से बचाने व जागरुक करने के उद्देश्य से महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सितंबर माह को पोषण माह के रुप में मनाया जा रहा है। जिला में इस अभियान की शुरुआत गत 7 सितंबर को की गई। इस दौरान विभिन्न प्रतिदिन विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर महिलाओं व किशोरियों को अच्छे खानपान व विभिन्न प्रकार के रोगों से बचाव के बारे में जागरुक किया जा रहा है।
उपायुक्त ने बताया कि पोषण अभियान का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं, माताओं व बच्चों के पोषण की आवश्यकताओं को पूरा करना है। अभियान का लक्ष्य मातृ मत्यु दर व शिशु मृत्यु दर में कमी लाना भी है। उन्होंने कहा कि इस अभियान से कुपोषण की शिकार तथा एनीमिया से पीड़ित महिलाएं लाभांवित हो रही हैं। यह अभियान कुपोषण को समाप्त करने के लिए एक बड़ा कदम है। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत किशोरियों, गर्भवती महिलाओं तथा स्तनपान कराने वाली माताओं पर भी फोकस किया जा रहा है ताकि कुपोषण की समस्या का समग्र रूप से समाधान किया जा सके। उन्होंने बताया कि पोषण अभियान के मुख्य लक्ष्य में जीरो से 6 वर्ष आयु समूह के बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं घात्री महिलाओं में कुपोषण स्तर को चरणबद्ध तरीके से प्रतिवर्ष 2 प्रतिशत की कमी लाते हुए 3 वर्षो में 6 प्रतिशत की कमी लाने का लक्ष्य रखा गया ह
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग नूपुर ने बताया कि जिला में 7 सितंबर से 30 सितंबर 2020 तक पोषण माह मनाया जा रहा है। अभियान के तहत प्लांटेंशन ड्राइव का आयोजन किया जा रहा है जिसके तहत पौधारोपण किया जाता है तथा किचन गार्डनिंग व औषधीय पौधों के बारे में भी बताया जाता है।
कम्यूनिटी बेस्ड इवेंट के दौरान गौद भराई, बच्चों की ग्रॉथ मोनेटरिंग, महिला गोष्ठी, ग्राम पंचायत का आयोजन, गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं व किशोरियों की गोद भराई, अन्नप्राशन, कुआंपूजन आदि गतिविधियां आयोजित कर अच्छे पोषण के प्रति जागरुक किया जा रहा है। साथ ही महिलाओं को छोटे बच्चों को ब्रेस्ट फिडिंग तथा उपरी आहार की शुरुआत करने की भी जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं व बच्चों का हैल्थ चेकअप किया गया। इसके अलावा ग्राम पंचायत का आयोजन किया गया जिसमें खंड स्तर की परेशानियों पर चर्चा व समाधान किया गया