सुरेन्द्र भाटी@गुलावठी नगर में प्रसिद्ध होली पार्क अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। करीब 25 साल पहले पार्क एक विशाल कूड़ा का खता हुआ करता था। गंदगी के कारण उठने वाली दुर्गंध से बस्ती के लोग परेशान हुआ करते थे।
बस्ती के निकट होने तथा कूड़ा पड़ने की वजह से होने वाले मच्छरों के कारण लोग आए दिन बीमार होते रहते थे, परंतु नगर पालिका सुपरवाइजर स्वर्गीय बरनी बिलाल ने समाज के सहयोग एवं समाजसेवियों के साथ मिलकर कड़ी मेहनत एवं संघर्ष से वृक्षारोपण बैठने की बेंच एवं उसका रखरखाव कर कूड़े के खते को एक सुंदर पार्क का रूप दिया था|
जो नगर में उठने बैठने का एक अच्छा स्थान बन गया था, लेकिन प्राकृतिक सौंदर्य से भरा यह पार्क कुछ सालों से देखरेख के अभाव में अपनी सुंदरता खोता जा रहा है पार्क में बड़ी-बड़ी घास एवं झाड़-फूंक कीड़े मकोड़े पैदा हो गए हैं परंतु अब इसकी देखरेख कुछ समाजसेवी कर रहे हैं।
इस संबंध में कुछ लोग अधिशासी अधिकारी मुक्ता सिंह से मिले थे तथा पार्क के नव निर्माण, सौंदर्य करण, बैठने की नई बेंचे, टाइल्स छोटे बच्चों के लिए झूले एवं रखरखाव आदि के लिए पालिका द्वारा सहयोग करने के लिए अनुरोध किया।
समाजसेवी विजय बिलाल,सुंदर हाडा,पहलाद भारती,इरशाद सलमानी, रजनीश बिलाल आदि का कहना है यदि इस और पालिका ध्यान दें तो छोटे बच्चों के खेलने के लिए एवं नगर की जनता के लिए उठने बैठने का पार्क फिर से एक अच्छा स्थान बन जाएगा।