IN8@: एक्ट्रेस कंगना रनोत ने शुक्रवार को शिवसेना के साथ कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने सुबह 3 ट्वीट किए। उन्होंने कहा, ‘सोनिया गांधीजी, एक महिला होने के नाते आप महाराष्ट्र में अपनी सरकार द्वारा मेरे साथ किए गए बर्ताव से दुखी नहीं हैं? क्या आप डॉ. अंबेडकर के बनाए संविधान के सिद्धांतों का पालन करने की अपील अपनी सरकार से नहीं कर सकती हैं?’
कंगना ने यह भी कहा कि बाल ठाकरे को डर था कि शिवसेना एक दिन कांग्रेस बन जाएगी। एक्ट्रेस का चार दिन में शिवसेना पर तीसरा बड़ा बयान है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि शिवसेना सोनिया सेना बन गई है।
उन्होंने कहा, ‘आप (सोनिया गांधी) पश्चिम में पले बढ़े हैं। भारत में रहते हैं। आप महिलाओं के संघर्ष को जानते हैं। जब आपकी खुद की सरकार महिलाओं का उत्पीड़न कर रही है और कानून और व्यवस्था का मजाक बना रही है। ऐसे में इतिहास आपकी चुप्पी और उदासीनता को तय करेगा। मुझे उम्मीद है कि आप इस मामले में दखल देंगी।’
9 सितंबर को बीएमसी ने कंगना के ऑफिस के अवैध निर्माण को गिरा दिया था। उनका यह ऑफिस बांद्रा के पाली हिल इलाके में है। इसे 48 करोड़ रुपए खर्च कर बनवाया था।
कंगना ने कहा- बाला साहब को डर था कि शिवसेना, कांग्रेस बन जाएगी
एक टीवी इंटरव्यू को ट्वीट कर कंगना रनोट ने शुक्रवार को कहा, ‘महान बाला साहेब ठाकरे मेरे सबसे पसंदीदा आइकन में से एक हैं, उनका सबसे बड़ा डर था कि किसी दिन शिवसेना गुटबंधन करेगी और कांग्रेस बनेगी। मैं जानना चाहता हूं कि आज उनकी पार्टी की स्थिति को देखते हुए उनकी सजग भावना क्या है?’
इसी खंडहर से काम करूंगी
कंगना की मानें तो उनके पास अपने ऑफिस को दोबारा बनवाने के पैसे नहीं है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैंने 15 जनवरी को अपने ऑफिस की ओपनिंग की थी। इसके फौरन बाद कोरोना महामारी आ गई। ज्यादातर लोगों की तरह तब से मैंने भी कोई काम नहीं किया है। मेरे पास इसे फिर से बनवाने के पैसे नहीं हैं।मैं इसी खंडहर से काम करूंगी।’
महाराष्ट्र सरकार ने कंगना के ड्रग्स मामले की जांच के आदेश दिए
महाराष्ट्र सरकार ने कंगना के ड्रग्स मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। गृहविभाग से मिली जानकारी के अनुसार, मुंबई पुलिस को एक लेटर भेजा गया है। इसमें मुंबई पुलिस को अब तय करना है कि इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच करेगी या नारकोटिक्स ब्यूरो को दी जाएगी। इससे पहले विधानसभा के मानसून सत्र में शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने जांच की मांग की थी। इसके जवाब में गृहमंत्री अनिल देशमुख ने जांच कराने का भरोसा दिलाया था।