नेपाली नौकर पत्नी समेत गिरफ्तार-लाखों की ज्वेलरी और पांच लाख रूपए बरामद, साथी फरार
गाजियाबाद। कविनगर सी-ब्लॉक में 11 दिसंबर की रात बिल्डर व कारोबारी विवेक मंगल की कोठी में हुई करोड़ों की चोरी का कविनगर पुलिस ने खुलासा करते हुए नेपाली पति-पत्नि को गिरफ्तार कर लाखों रूपए का चोरी का माल बरामद किया है। सीओ द्वितीय अवनीश कुमार ने बताया कि रविवार सुबह मुखबिर की सूचना पर कविनगर थाना प्रभारी अजय कुमार सिंह, एसआई सुनित कुमार, प्रीति सिंह की संयुक्त टीम ने मुखबिर की सूचना पर लालकुंआ के पास से जनक शाही पुत्र भैरू शाही निवासी प्रह्लाद गढी, पत्नि तुलसी को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से चोरी का सोने के चार चूडी, गले का सेट, कान के टॉप्स, ब्रेसलेट, चेन, 3 अगंूठी, पैडेंट, कान के टॉप्स, इयर रिंग, डोरी, गले का पैडेट, 5 लाख 35 हजार रूपए एवं चाकू बरामद किया गया। जबकि उनके साथी गणेश, गणेश की पत्नी, धन बहादुर और चनखा फरार है। पुलिस उनकी तलाश में लगी हुई है। पुलिस ने बताया कि नेपाल के रहने वाले यह लोग घरों में घरेलू नौकर के रूप में काम करते हैं और मौका देखकर घरों में रेकी कर साथियों के साथ चोरी की वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। कविनगर सी-ब्लॉक निवासी विवेक मंगल बिल्डर और बड़े कारोबारी हैं। 11 दिसंबर की रात उनके छोटे बेटे पार्थ की शादी थी, जिसका आयोजन दिल्ली में नेल्सन मंडेला रोड स्थित फाइव स्टार ग्रैंड होटल में था। विवेक मंडल गत 9 दिसंबर को ही परिवार के साथ दिल्ली चले गए थे। वहीं रहकर शादी-सगाई की सभी रस्म अदा की जा रही थीं। घर पर तीन नौकर रहते हैं, जबकि दो शिफ्ट में कोठी के गेट पर तीन-तीन गनमैन ड्यूटी देते हैं। घर में काम करने वाली एक महिला नौकर उनके साथ दिल्ली में थी। जबकि घर पर नेपाली नौकर गणेश, कुक रामाशीष थे। उक्त दोनों के अलावा नाईट शिफ्ट के गनमैन सुंदर निवासी मथुरापुर गाजियाबाद, ब्रजकिशोर व मनोज निवासीगण कासगंज ड्यूटी पर थे। सुबह 7 बजे दिन की शिफ्ट की ड्यूटी का गार्ड कुलदीप निवासी कासगंज कोठी पर पहुंचा था तो कुक रामाशीष और तीनों गनमैन बेहोशी की हालत में मिले थे, जबकि नेपाली नौकर गणेश मौके पर नहीं था। बिल्डर के घर से चोरों ने सिर्फ सोने के जेवर और कैश को निशाना बनाया था। चांदी की मूर्तियों, सिक्कों व जेवर को आरोपी मौके पर छोड़ गए थे। इसके अलावा दराज में रखी पिस्टल को भी मौके पर छोड़ दिया गया था। तमाम महंगे कपड़े, फुटवियर और अन्य सामान भी नहीं ले गए थे। सीओ ने बताया पकड़े गये नौकर ढाई माह पूर्व ही नौकरी पर आए थे। जिनका कारोबारी बिना पुलिस वेरिफेरिकेशन किए रखा हुआ था। उन्होने लोगों को हिदायत दी है कि घर पर किसी को भी नौकरी देने से पहले उसका पुलिस वेरिफिकेशन जरूर करा लें। पुलिस वेरिफिकेशन से काफी हद तक घटनाओं पर अकुंश लगाया जा सकता है। लेकिन उसके लिए लोगों जागरूकता बेहद जरूरी है। उन्होने बताया फरार चल रहे आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।