-कानपुर की घटना से भी नही लिया सबक, कब होगा सुधार ?
-कांधला में गौतस्करों ने पुलिस पर चलाई गोलियां, दो आरोपी घायल
दीपक वर्मा
शामली। सैनिक और पुलिसकर्मी की शहादत के बाद परिवार और बच्चों के लिए उनकी कमीं को कुछ भी करके पूरा नही किया जा सकता, लेकिन यदि जवानों की शहादत लापरवाही से जुड़ी हो, तो इस पर उंगलियां उठना भी जरूरी है। कानपुर में यूपी पुलिस के रणबांकुरों की शहादत पर आज हर कोई मायूस है, लेकिन इतनी बड़ी शहादत के बावजूद भी यूपी पुलिस के रवैये में सुधार देखने को नही मिल रहा है। ताजा घटना शामली के कांधला कस्बे की है। यहां पर गौतस्करों के साथ पुलिस की जबरदस्त मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में आमने-सामने की गोलीबारी भी हुई, जिसमें दो आरोपी गोली लगने से घायल हुए, लेकिन पुलिस का कोई भी जवान बुलेटप्रूफ जाकेट पहने नजर नही आया, जोकि एक गंभीर बात है।
क्या है पूरा मामला?
शामली जिले के कांधला क्षेत्र के जंगलों में 03-04 जुलाई की रात पुलिस और गौतस्करों के बीच मुठभेड़ हो गई। बकौल पुलिस भभीसा से गांव कनियान जाने वाले रास्ते पर हुई इस मुठभेड़ में बदमाशों ने पुलिस पर गोलियां भी चलाई। जवाबी कार्रवाई में पुलिसकर्मियों की गोली लगने से तितरवाडा निवासी गुलजार और कृष्णापुरी मुजफ्फरनगर निवासीा जावेद नाम के दो बदमाश (कथित गौतस्कर) घायल भी हुए, जबकि आरोपियों के दो साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए। पुलिस की मानें तो घायल बदमाशों के कब्जूे से दो नाजायज तमंचे, छह जिंदा कारतूस और पांच ऐसा खोखा कारतूस भी बरामद किए गए, जिन्हें बदमाशों ने भागने के प्रयास में पुलिसकर्मियों पर चलाया था। इसके अलावा पुलिस बदमाशों के कब्जे से एक पिकअप गाडी, दो गौवंश व कटान के उपकरण भी बरामद होने का दावा कर रही है। घायल बदमाशों को गिरफ्तार करते हुए उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बुलेटप्रूफ से परहेज क्यों?
शामली जिले में बदमाशों की गोली कई बार पुलिसकर्मियों का सीना छलनी कर चुकी है। कैराना में मुकीम काला व कग्गा गिरोह से लोहा लेते हुए सिपाही अंकित और सचिन की शहादत हो या फिर झिंझाना में खालिस्तानी आतंकियों का पुलिस पर हमला। अपराधियों की गोली कभी भी पुलिस की खाकी को देखकर पीछे नही मुड़ी है। इसके साथ ही हाल ही में कानपुर में खून से सनी खाकी भी पुलिसकर्मियों की कर्तव्यनिष्ठा की गवाही दे रही है, लेकिन इसके बावजूद भी महकमें द्वारा महंगे दामों पर खरीदी जाने वाली बुलेटप्रूफ जॉकेट के प्रति पुलिसकर्मियों की रूसवाई कई गंभीर सवाल खड़े कर रही है। कांधला में हुए एनकाउंटर के बाद सामने आई तस्वीरों में कोई भी पुलिसकर्मी बुलेटप्रूफ जॉकेट पहने हुए नजर नही आ रहा है। गंभीर लापरवाही से जुड़ी इन तस्वीरों को देखकर अधिकारी भले ही कुछ भी कहें, लेकिन यह भी सच है कि नियम-कायदों का पालन कराना उनकी ही जिम्मेदारी बनती है।
इन्होंने कहा…
शुक्रवार की देर रात कांधला पुलिस व बदमाशों के बीच मुठभेड में दो शातिर पशु तस्कर गोली लगने से घायल हो गए। दोनों पशु तस्करों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है वहीं उनके कब्जे से दो तमंचे, जिंदा कारतूस व खोखे बरामद किए गए हैं, इसके अलावा एक पिकअप गाडी व उसमें से चोरी के दो गौवंश भी बरामद किए गए हैं। दोनों गौतस्करों के खिलाफ पूर्व में भी लगभग डेढ दर्जन मुकदमें जिनमंे हत्या के प्रयास, लूट, गैंगेस्टर सहित संगीन धाराओं में मुकदमें दर्ज हैं।
-विनीत जायसवाल, एसपी, शामली