सुरेन्द्र भाटी@बुलन्दशहर-बुलन्दशहर के कोतवाली ककोड़। कस्बे के सैनी शिव मंदिर में चली रही भागवत कथा के छठवें दिन भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं के वर्णन के साथ भगवान की रास लीलाओं का वर्णन किया गया।
वृंदावन से आए कथा वाचक अजय कृष्ण महाराज ने भगवान की रास लीलाओं का वर्णन करते हुए बताया कि भगवान कृष्ण की रास लीला को देखने आए भगवान शंकर भी उनकी रास लीलाओं में मंत्र मुग्ध होकर स्वयं रास करने लगे।
भागवत कथा में रुकमणी विवाह का सुंदर वर्णन किया गया। भगवान की रास लीला और रुकमणी विवाह वर्णन से श्र्रोता झूम उठे। व्यवस्थाओं में ज्ञान चंद, सुरेन्द्र सैनी, किशन पाल सैनी, सुरेन्द्र रावत आदि रहे।