प्रमोद शर्मा@ गाजियाबाद : अनलॉक-1के पहले चरण में सोमवार को जिले के अधिकांश मंदिरों,गुरूद्वारों और मस्जिद में सैनिटाइजेशन का कार्य किया गया। धार्मिक स्थल खुलने के बाद दर्शन के लिए भक्तों को नियमों का पालन कराने के लिए महंत भी व्यवस्था में जुटे रहे। हालांकि मंदिरों में भक्तों की संख्या पूजा-अर्चना को लेकर कम रही।
धार्मिक स्थलों में कोरोना संक्रमण का प्रसार न हो। इसके लिए मुख्य गेट पर थर्मल गन से जांच व हाथ सेनेटाइज करा कर ही प्रवेश करने दिया गया। मुख्य दर्शन के लिए भक्तों को सेनेटाइज टनल से प्रवेश होकर ही जाने दिया गया। शहर के अधिकतर धार्मिक स्थल नहीं खोले गए है। इतना ही नहीं मंदिरों में बच्चों व बुजुर्गो को भी अभी प्रवेश नहीं दिया गया। शहर के प्रसिद्घ सिद्वपीठ दूधेश्वरनाथ मठ मंदिर में अभी भक्तों के लिए सिर्फ शिवलिंग के दर्शन ही हो सकेंगे। लेकिन भक्त बिना फेस मास्क के अन्दर प्रवेश नहंी कर सकेंगे। सोशल डिस्टेंस को देखतेे हुए गर्भग्रह तक गोल घेरे बनाए गए हैं। एक समय में एक ही भक्त को प्रवेश दिया गया तो वहीं भक्त शिवलिंग का न छू सके इसके लिए बाक्स बना दिया गया है। दर्शन करने के बाद भक्त सीधे बाहर जाएं इसके लिए बेरीकेटिंग की गई है। श्रीमंहत नारायण गिरी ने बताया कि अभी मंदिर में किसी भी भक्त को शिवलिंग या अन्य मूर्तियों को छूने नहीं दिया जाएगा।
बच्चे-बुजुर्गो को भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। इसके अलावा भक्तों से भी अपील की गई है कि वह अधिक सं या में दर्शन के लिए न आएं। मंदिर परिसर को भी नियमित रूप से सेनेटाइज किया जाएगा। बजारिया गुरुद्वारा में भी श्रद्घालु अरदास करने पहुंचे। हालांकि गुरूद्वारे में एक समय में अधिक लोगों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। घंटाघर का हनुमान मंदिर, कविनगर स्थित स्वंयभू शिवमंदिर सहित शहर के धार्मिक स्थल, चर्च, मस्जिद आदि खोले गए। डीएम डॉ.अजय शंकर पांडेय ने रविवार को बैठक कर कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर गाइडलाइन के तहत खोले जाने के निर्देश दिए हैं। वहीं जिले में मोदीनगर, मुरादनगर, डासना,मसूरी,लोनी,साहिबाबाद, मोहन नगर,गांधीनगर,विजयनगर,लोहियानगर आदि इलाकों में मंदिर प्रशासन ने पहले से ही तैयारी पूरी कर रखी थी। राजनगर स्थित इस्कॉन मंदिर, राजनगर स्थित सनातन धर्म मंदिर सहित कई मंदिर के कपाट नहीं खोले गए हैं। मंदिर की सफाई और सैनिटाइजेशन अधिकांश मंदिरों में किया गया। सोमवार को मंदिरों में भक्तों की संख्या कम दिखाई दी। धर्मगुरूओं ने भी भक्तों से कम से कम सं या में आने की अपील की है ताकि कोरोना संक्रमण का प्रसार रोका जा सके।