सुरेन्द्र भाटी@ बुलन्दशहर उत्तर प्रदेश के जिला बुलंदशहर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया। पिछले दिनों गाजियाबाद के साहिबाबाद में एक अज्ञात महिला का सूटकेस में बंद शव मिला था। मृतक महिला की शिनाख्त उसकी मां और भाई ने अपनी बहन के रूप में पहचान की थी।
जिसके बाद मृतक महिला के परिजनों की शिकायत पर मृतक महिला के पति सास और ससुर को बुलंदशहर पुलिस ने दहेज हत्या में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन अब वही महिला अचानक बुलंदशहर पुलिस के सामने पेश होती है और बताती है कि वह जिंदा है आइए आपको बताते हैं और दिखाते हैं पूरी कहानी।
पूरी घटना को जानने के लिए आपको थोड़ा फ्लैशबैक में जाना पड़ेगा। दरसल 27 जुलाई 2020 को जिला गाजियाबाद के थाना साहिबाबाद क्षेत्र में एक सूटकेस में बंद महिला का शव मिला था गाजियाबाद पुलिस ने शव की शिनाख्त के लिए गाजियाबाद समेत आसपास के जिलों में पुलिस की सोशल साइट पर मृतक महिला का फोटो भेजा था। मृतक महिला की शिनाख्त फोटो के आधार पर वरिशा पत्नी आमिर निवासी नगर कोतवाली बुलंदशहर के रूप में हुई थी।
मृतक महिला की शिनाख्त के बाद परिजनों ने मृतक महिला के ससुराली जनों पर दहेज हत्या का आरोप लगाया था। जिसके बाद 28 जुलाई को बुलंदशर नगर कोतवाली पुलिस ने मृतक महिला के पति सहित सास ससुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था जेल भेजने के बाद बुलंदशहर पुलिस ने पूरे घटनाक्रम का पड़ा पटापेक्ष कर दिया
बुलंदशहर पुलिस ने पूरे मामले का पटाक्षेप कर आरोपियों को जेल भेजने के बाद अपनी पीठ बखूबी ठोकी और मीडिया को बताया कि उन्होंने कैसे शव मिलने के बाद 24 घंटे में आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है। इसके बाद बुलंदशहर पुलिस का सीना चौड़ा हो गया था लेकिन अब अचानक आज जब मृतक महिला खुद चलकर बुलंदशहर पुलिस के पास पहुंची तो बुलंदशहर पुलिस की सांसें उखड़ने लगी मृतक महिला को जिंदा देख बुलंदशहर पुलिस की पैरों के नीचे जमीन सरक गई। मृतक महिला को बुलंदशहर पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ करनी शुरू कर दी इधर मृतक महिला के जिंदा होने की खबर बुलंदशहर मीडिया को भी लग चुकी थी।
जिसके बाद बुलंदशहर मीडिया ने एसएसपी समेत संबंधित अधिकारियों के फोन खटखटाने शुरू कर दिए लेकिन मजाल है कि कोई अधिकारी फोन उठाकर सही जानकारी देने की कोशिश कर पाए। बड़ी जद्दोजहद के बाद बुलंदशहर एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने खुद अपना एक वीडियो पुलिस की सोशल मीडिया पर भेजा जिसमें उन्होंने बताया कि किस प्रकार महिला बुलंदशहर से अपने पति के द्वारा लगातार पिटाई होने के बाद चली गई थी महिला का पति लगातार कुछ दिनों से महिला को अवैध संबंधों का आरोप लगाकर मारपीट करता था जिसके बाद 22 जुलाई को महिला अपनी ससुराल से बिना बताए नोएडा चली गई। नोएडा जाने के बाद कथित मृतक महिला वरीशा अपनी पहले से परिचित महिला के घर चली गई।
23 जुलाई से बीते कल तक वरीशा अपनी परिचित महिला के घर पर ही रह रही थी वरीशा को सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला कि उसकी मां और उसके भाई ने किसी महिला के शव को उसका शव बता कर सुपुर्दे खाक कर दिया और उसके पति समेत सास ससुर को जेल भिजवा दिया है। जिसके बाद वरीसा आज अलीगढ़ पहुंची और एक महिला कांस्टेबल को अपनी दुख भरी कहानी सुनाई जिसके बाद महिला कांस्टेबल से पूरी खबर बुलंदशहर पुलिस तक पहुंची और बुलंदशहर एसएसपी ने वरिशा को बुलंदशहर बुलवा लिया।
वरीशा ने बुलंदशहर पुलिस को बताया कि वह 23 जुलाई की दोपहर अपने ससुराल में बिना बताए चली गई थी 17 जुलाई को अपने पीहर से वापस आने के बाद उसका पति और सास-ससुर वरीशा को रोजाना मारते पीटते थे और उससे दहेज की डिमांड करते थे। दहेज की डिमांड से ही परेशान होकर वरीसा बुलंदशहर से नोएडा चली गई थी और अब जब उसने अपने मरने की खबर सोशल मीडिया पर सुनी तो वह वापस अलीगढ़ पहुंची और सारी बात पुलिस को बताई अब पुलिस ने फिलहाल आरोपियों के खिलाफ 304 आईपीसी की धारा को हटाने के लिए डिस्टिक कोर्ट में प्रार्थना पत्र दे दिया है और वरिशा को पुलिस मंगलवार को कोर्ट में पेश करेगी उसके बाद जैसा कोर्ट का आदेश होगा उसका पालन करेंगे।