IN8@गुरुग्राम,….. गुरुग्राम की मेयर मधु आजाद ने रविवार को वार्ड-14 में विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास किया। नगर निगम गुरुग्राम द्वारा वार्ड-14 में सामुदायिक केंद्र, फूड पंडाल व विभिन्न गलियों का निर्माण किया जाएगा।
मेयर के वार्ड में पहुंचने पर वार्ड पार्षद संजय प्रधान व वार्ड के गणमान्य नागरिकों ने उनका स्वागत किया। इस मौके पर डिप्टी मेयर सुनीता यादव सहित नगर निगम गुरुग्राम के कार्यकारी अभियंता तुषार यादव भी उपस्थित थे।
मेयर मधु आजाद ने अपने संबोधन में कहा कि नगर निगम गुरुग्राम द्वारा नागरिकों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। नगर निगम क्षेत्र के सभी वार्डों में सामुदायिक केंद्र, सडक़, सीवरेज, सफाई व स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था को और भी बेहतर बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा की वार्ड-14 में आज सामुदायिक केंद्र, फ़ूड पंडाल व विभिन्न गलियों के निर्माण कार्य का शुभारंभ कर दिया गया है। ये कार्य निर्धारित समयावधि में पूर्ण किए जाएंगे, ताकि नागरिकों को इनका लाभ मिले।
मेयर ने नागरिकों से आह्वान किया कि केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 किया जा रहा है। नगर निगम गुरुग्राम अपने स्तर पर सर्वेक्षण में गुरुग्राम को न बर वन बनाने के प्रयास कर रहा है, लेकिन यह मुकाम हासिल करने के लिए नागरिकों का सहयोग भी बहुत जरूरी है। सभी नागरिक शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने में अपना योगदान दें। खुले में कचरा ना फैंकें, पॉलीथीन एवं सिंगल यूज़ प्लास्टिक के इस्तेमाल से बचें तथा शहर को अपना घर समझते हुए इसे साफ रखने में योगदान दें।
सोमवार को जीरो वेस्ट डे बनाएं सफल:मेयर मधु आजाद ने कहा कि नगर निगम गुरुग्राम द्वारा सुशासन दिवस के अवसर पर 25 दिस बर को पहला जीरो वेस्ट डे मनाया गया था। इस दिन की सफलता और नागरिकों के सहयोग को देखते हुए 25 जनवरी को दूसरा जीरो वेस्ट डे मनाया गया, जो और भी सफल रहा। अब नगर निगम गुरुग्राम द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि प्रत्येक सोमवार को जीरो वेस्ट डे मनाया जाए। जीरो वेस्ट डे के दिन घरों से केवल गीला कचरा ही एकत्रित किया जा रहा है, जिससे बहुमूल्य खाद बनाकर शहर में हरियाली बढ़ाने के लिए उपयोग किया जा रहा है।
उन्होंने नागरिकों से आह्वान किया कि सोमवार को होने वाले जीरो वेस्ट डे में भरपूर सहयोग दें। इसके लिए कचरे को अलग-अलग रखने की आदत बनाएं। उन्होंने कहा कि जो कचरा इंसान व जानवर के पेट में पचता है, वह गीला कचरा है। इसके लिए हरे डस्टबिन का इस्तेमाल करें। इसी प्रकार सूखे कचरे, घरेलू हानिकारक कचरे तथा सैनिट्री वेस्ट के लिए भी अलग अलग डस्टबिन का प्रयोग करें। अगर हम स्वयं कचरा अलग-अलग करके देंगे तो इसका निस्तारण भी सही तरीके से होगा तथा लैंडफिल साइट में कचरा नहीं जाएगा।