IN8@ नूंह …..प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि टीकाकरण अभियान के दौरान व बाद में भी मास्क लगाना, दो गज की दूरी बनाएं रखना व स्वच्छता पर अनिवार्य रूप से विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि यह एक बड़ा अभियान है और यह टीकाकरण अभियान भारत के सामर्थ्य को दिखाता है। उन्होंने कहा कि भारत में बनाई कोवैक्सीन व कोविशील्ड को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी गई है। उन्होंने कहा कि इस पूरी प्रक्रिया की पूरे विश्व में विश्वसनीयता है। उन्होंने कहा कि हर हिन्दूस्तानी को गर्व है कि विभिन्न बीमारियों से बच्चों को बचाने वाली दवाईयां व टीके भारत में ही बनते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना की भारतीय वैक्सीन सस्ती व उपयोग में आसान है और भारतीय स्थिति व परिस्थितियों के अनुकूल है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल की हर स्थिति में भारतीयों ने आत्म विश्वास कायम रखा और हम आत्म निर्भर रहे। उन्होंने कहा कि कोरोना का अनुभव न साईस को था और न ही सोसाईटी को,परन्तु आज कोरोना से बचाव का भारत के पास एक विशाल नेटवर्क है। इसके लिए वैज्ञानिक और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े व्यक्ति धन्यवाद व शुभकामनाओं के पात्र है।
राष्ट्रव्यापी कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरूआत करते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस टीकाकरण अभियान के पहले चरण में स्वास्थ्य, सफाई एवं सुरक्षा कार्यों में लगे 3 करोड़ अधिकारियों व कर्मचारियों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा और इस टीके की दूसरी खुराक इन्हीं लोगों को चार सप्ताह के अंतराल में दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों व गंभीर बीमारियों से झूझने वाले 30 करोड़ लोगों को कोरोना बचाव के टीके लगाए जाएंगे। अतिरिक्त उपायुक्त डा. मुनीष नागपाल ने बताया कि कोरोना महामारी को मात देने के लिए कोरोना वैक्सीन की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में पूरे भारत में लगभग तीन करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी और एक महीने बाद दूसरे चरण में तीस करोड़ को टीकरण किया जाना है। उन्होंने बताया कि इसमें पंजीकरण की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है। उन्होंने बताया कि जिले के सीएचसी सेन्टरों पर वैक्सीन दी जा रही है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण अभियान पूरे जिले में अच्छी तरह से लागू रहेगा।
वैक्सीन का प्रथम टीकाकरण समान्य अस्पताल नूंह में आंगनवाड़ी सुपरवाईजर सोनू को लगाया गया। इस मौके पर निदेशक डा. असरुदीन ने भी टीकाकरण कराने वाली आंगनवाड़ी वर्कर व सुपरवाईजरों को टीकाकरण के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर निदेशक डा. असरुदीन ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि कोरोना महामारी को हराने के लिए भारत देश में ही इसकी वैक्सीन तैयार की गई है। इस उलब्धि को लेकर पूरी दुनिया के अंदर भारत देश का सम्मान बढ़ा है। उन्होंने कहा कि पूरे देश के साथ-साथ नूंह जिला में भी कोरोना वैक्सीन टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार व स्वास्थ्य विभाग हरियाणा ने पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने बताया कि टीकाकरण करने के लिए व्यक्ति के लिए उचित व्यवस्था की गई है। प्रथम टेबल पर सुरक्षा गार्ड द्वारा तापमान की जांच की जाती है, उसके बाद प्रतीक्षा कक्ष में व्यक्ति के सवालों का जवाब तथा टीकाकरण को लेकर उसकी शंका दूर की जाती है। इसके बाद वैक्सीनेशन रूम में उनका कोविन एप्प पर उनका रजिस्ट्रेशन चैक किया जाता तथा उसके बाद टीकाकरण किया जाता है। उसके उपरांत आब्जर्वेशन रूम में करीब 30 मिनट के लिए आराम करवाया जाता है और उसका हालचाल के बारे में जानकारी ली जाती है और अंत में प्रोत्साहित करने के लिए बैज लगाकर उसे घर के लिए भेजा जाता है।
उन्होंने बताया कि दूसरा टीका 28 दिन बाद लगाया जाएगा। सिविल सर्जन डा. सुरेन्द्र यादव बताया कि निर्धारित स्थानों पर पूरी सावधानी बरतते हुए वैक्सीन लगाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने मीडिया के माध्यम से यह भी कहा कि कईं बार लोगों में ऐसी वैकसीन को लेकर भ्रम फैलाई जाती है लेकिन यह दोनों वैकसीन पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन व्यक्तियों को यह वैकसीन लगाई जायेगी निर्धारित मापदंडों के तहत अगली डोज इसी वैकसीन के तहत लगेगी। बशर्ते लाभार्थियों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हिदायतों की पालना निरंतर करनी होगी। इस मौके पर वैक्सीन अभियान के जिला नोडल अधिकारी डा. बंसत दूबे, एसएमओ नूंह डा. संदीप, मीना कुमारी, एएनएम सुनीता, रबीना भी मौके पर उपस्थित रही।