आस मोहम्मद@नूंह,मेवात…विजिलेंस टीम ने राज्य चौकसी ब्यूरो गुड़गांव के पुलिस कप्तान मनवीर सिंह के आदेश पर तावडू सदर थाने में तैनात एसआई सुरेंद्र सिंह को बीस हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। विजिलेंस टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर कार्यवाही शुरु कर दी है। इतना ही नहीं आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराकर उसे बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार विजिलेंस टीम के इंस्पेक्टर अजीत सिंह ने बताया कि उन्हें अलवर जिले के नीमाहेड़ी गांव के एक व्यक्ति की शिकायत मिली कि लगभग 2 माह पहले उनका हाईवा डंपर चोरी के पत्थरों सहित तावडू पुलिस ने पकड़ लिया गया था। जिसमें जांच अधिकारी सुरेंद्र सिंह ने उनके डंपर को माइनिंग विभाग से बचाने के लिए तीन लाख रुपए का सौदा किया था और कहा था कि जहां उनकी हाई कोर्ट से जमानत कराने में पुलिस उनकी मदद करेगी वहीं उनके डंपर को माइनिंग विभाग से भी बचाया जाएगा।
जिस पर शिकायतकर्ता ने पचास हजार रुपए जांच अधिकारी सुरेंद्र सिंह को पहले ही दे दिए थे। उसके बाद एसआई सुरेंद्र सिंह शिकायतकर्ता से रविवार को बीस हजार रूपए की डिमांड कर रहा था, जिस पर शिकायतकर्ता ने विजिलेंस विभाग से इस मामले की शिकायत की। जिस पर राज्य चौकसी ब्यूरो के आईपीएस अधिकारी मनवीर सिंह ने एक टीम गठित कर इंस्पेक्टर अजीत सिंह के नेतृत्व में उप निरीक्षक रामानंद ,उप निरीक्षक नरेश कुमार, अनूप ,रणधीर सिंह, वीर सिंह के नेतृत्व में गुड़गांव से टीम गठित कर मेवात भेजी।
जहां पर उपायुक्त धीरेंद्र खटगडा के आदेश अनुसार जिला योजना अधिकारी दिलबाग सिंह व ड्यूटी मजिस्ट्रेट कुंदनदीन को नियुक्त किया। नियुक्त की गई टीम ने थाना सदर तावडू में शिकायतकर्ता के अनुसार मौके की तलाश में बैठ गए। जैसे ही शिकायतकर्ता ने जांच अधिकारी सुरेंद्र सिंह को बीस हजार रूपए दिए तो तुरंत विजिलेंस की टीम ने जांच अधिकारी सुरेंद्र सिंह को रंगे हाथों पकड़ लिया और सुरेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर विजिलेंस कार्यालय में ले आए। इंस्पेक्टर अजीत सिंह ने बताया कि अपराधी से पहले लिए हुए पचास हजार रुपए की भी रिकवरी करने के साथ-साथ में अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड मांगा जाएगा। उन्होंने कहा कि लाक डाउन के बाद राज्य चौकसी ब्यूरो की टीम द्वारा यह पहली रेड है ,जिसमें अपराधी को रंगे हाथों पकड़ा गया है।