-म्युनिसिपल कमिश्रर के निरीक्षण में बगैर मास्क मिले अवर अभियंता एवं कर्मचारी
IN8@ गाजियाबाद। शहर की सफाई व्यवस्था अब दुरूस्त हो जानी चाहिए। साफ सफाई व स्वच्छता की अलख जगानी है और शहर को सुन्दर बनाना है। नगर निगम द्वारा शहर में चलाए जा रहे विशेष स्वच्छता अभियान के तहत अब सफाई कर्मचारियों को सफाई व्यवस्था भी दुरूस्त रखनी होगी।
यह बातें म्युनिसिपल कमिश्रर डॉ. दिनेश चन्द्र सिंह ने चीफ इंजीनियर मोइनुद्दीन, लेखाधिकारी अरूण कुमार मिश्रा, नगर स्वास्थ अधिकारी डॉ. मिथलेश कुमार आदि की मौजूदगी में शनिवार को विशेष स्वच्छता अभियान के तहत विजयनगर जोन अंतर्गत वार्ड-55 कुटी, वार्ड-51 प्रताप विहार, वार्ड-3 पुराना विजयनगर मलिन बस्तियों की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करते हुए कहीं। कुटी और विजयनगर थाना वाली रोड पर सफाई का कार्य शुरू नहीं हुआ था।
म्युनिसिपल कमिश्रर ने नाराजगी जाहिर करते हुए क्षेत्रीय सफाई निरीक्षक का स्पष्टीकरण तलब किया। सभी क्षेत्रों में कर्मचारियों को सुबह से ही सफाई करने के निर्देश दिए। अगर ऐसा नही किया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। म्युनिसिपल कमिश्रर ने सफाई व्यवस्था को और भी बेहतर करने पर जोर दिया। नालियों की ठीक तरीके से सफाई करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सैनिटाइजेशन और फॉकिंग का भी कार्य कराया जाए। वहीं क्षेत्रीय निवासियों से उन्होंने बातचीत कर विभिन्न समस्याओं के बारे में जानकारी ली। म्युनिसिपल कमिश्रर डॉ. दिनेश चन्द्र सिंह ने कहा कि सफाई व्यवस्था में किसी तरीके की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। झाड़ू लगाने के तुरंत बाद कूड़े का उठान किया जाए। विजयनगर जोन क्षेत्र में प्रतिबंधित पॉलीथिन मुक्त अभियान के तहत ठेली-पटरी आदि पर फल एवं सब्जी बेचने वालों को प्रतिबंधित पॉलीथिन (कैरीबैग) का प्रयोग करते पाया गया, जिसे जब्त किया गया।
म्युनिसिपल कमिश्रर के निरिक्षण के दौरान निर्माण विभाग के सुपरवाइजर भी बगैर मास्क लगाए मिले। इस पर अवर अभियंता शिवकुमार सरोज,श्रीकांत राणा से 200-200 रुपए और सुपरवाइजर से 100 रुपए समेत 500 रुपए जुर्माना वसूला गया। म्युसिपल कमिश्रर डॉ. दिनेश चंद्र सिंह ने वसुंधरा जोन अंतर्गत कई क्षेत्रों में निरीक्षण किया। आवास एवं विकास परिषद गेस्ट हाउस के पास प्रहलादगढ़ी एवं कौशांबी में जगह-जगह पर कूड़े के ढ़ेर लगने से गंदगी व्याप्त थी, कई स्थानों पर क्षेत्र में सफाई कर्मचारी कार्य से नदारद मिले। नालों से निकाली सिल्ट भी नहीं उठाई गई। म्युसिपल कमिश्रर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए क्षेत्रीय सफाई निरीक्षक योगेंद्र यादव को स्पष्टीकरण तलब करते हुए निर्देश दिए कि भविष्य में निरीक्षण के दौरान गंदगी पाई गई तो कार्रवाई करते हुए प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जाएगा।