विनोद पांडेय @ गाजियाबाद। भाजपा सरकार यूपी पुलिस को दमन का हथियार बनाकर दूसरी पार्टियों की आवाज उठाने से रोक सकती है, लेकिन हमारी पार्टी को नहीं। उत्तरप्रदेश की योगी सरकार अल्पसंख्यकों की आवाज दबा रही है।
उक्त बातें सोमवार को पुराना बस अड्डा स्थित जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय पर प्रेसवार्ता के दौरान उत्तरप्रदेश अल्पसंख्यक कांग्रेस के उपाध्यक्ष और संगठन प्रभारी निजाम मलिक ने कहीं। डॉ. कफील खान की रिहाई के मुद्दे पर चलाए गए अभियान को लेकर प्रेसवार्ता आयोजित की गई।
उन्होंने कहा कि डॉ. कफील खान की रिहाई को लेकर 22 जुलाई से अल्पसंख्यक कांग्रेस के तत्वाधान में अभियान चल रहा है। अभियान 12 अगस्त तक जारी रहेगा। यदि, बारह अगस्त को भी डॉ.कफिल खान की रिहाई नहीं हुई तो अल्पसंख्यक कांग्रेस आंदोलन तेज करेगी।
जिलाध्यक्ष बिजेन्द्र यादव ने कहा कि पार्टी की यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी और अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज के निर्देश पर अभियान शुरू किया गया था। डॉ. कफिल खान जनसेवा कर रहे थे लेकिन सरकार की खामिया उजागर करने पर उन्हें जेल में डाल दिया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अपने दायित्वों को भूल चुकी है।
अल्पसंख्यक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नसीम खान ने कहा कि डॉ. कफिल खान के समर्थन में अभियान के दौरान लगातार लोगों से हस्ताक्षर कराए गए और लोगों को जागरूक करने के लिए पर्चे भी बंटवाए गए। इसके साथ ही फेसबुक पर कार्यक्रम लाइव चलाए गए।
पूर्व मंत्री सतीश शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जाति विशेष पर हमला करते हुए डॉ. कफील खान को जेल में बंद किया है। डब्लयूएचओ की और से भी उन्हें रिहा करने को कहा गया है। इस दौरान रजनीकांत राजू, पीसीसी त्रिलोक सिंह, पूर्व पार्षद अमोल वशिष्ठ, सलीम सैफी, पूजा चड्ढा, पूर्व पार्षद मोहम्मद हनीफ चीनी, अहसान अली आदि मौजूद रहे।