नई दिल्ली: आदर्श नगर इलाके में राहुल राजपूत की हत्या के मामले में बेशक पुलिस पांच आरोपियों को पकड़ चुकी है, लेकिन पुलिस की भूमिका भी जांच के दायरे में है। आरोप है जिस वक्त इस युवक पर हमला किया जा रहा था, वहां घटनास्थल से बेहद नजदीक बूथ में मौजूद पुलिसकर्मियों से लड़की ने मदद की गुहार लगाई थी।
पुलिस ने लड़की की फरियाद को गंभीरता से नहीं लिया, जिसका खामियाजा एक युवक को अपनी जान गवांकर भुगतना पड़ा। इंटरनल लेवल पर अब पुलिसकर्मियों की भूमिका को भी चैक किया जा रहा है। बुधवार रात को आरोपियों के एक समूह ने राहुल राजपूत को इतनी बुरी तरह से मारा पीटा कि उसकी मौत ही हो गई।
इस वारदात के बाद पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर तीन नाबालिग समेत पांच आरोपियों को धर दबोचा। पुलिस की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई आरोपी पक्ष की लड़की से राहुल की दोस्ती थी, यही वारदात की वजह बनी। मृतक युवक राहुल राजपूत मूलचंद कॉलोनी इलाके में परिवार के साथ रहता था।
प्रेमिका ने की थी राहुल को बचाने की कोशिश
राहुल की दोस्त ही इस हत्याकांड की चश्मदीद है। उसने दोस्त को बचाने का प्रयास भी किया था लेकिन वह सफल नहीं हो सकी थी। लड़की ने एक वीडियो के जरिए अपनों पर ही गंभीर आरोप लगाए। बताया कि कैसे उसके सगे भाई, ममेरे भाई ने राहुल को झांसा देकर ट्यूशन की बात करने के लिए बुलाया और फिर अलग जगह ले जाकर बुरी तरह पीटा था। पीड़ित परिवार ने दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा देकर राहुल को इंसाफ दिलाने की मांग की है।