IN8@फर्रुखनगर….. गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा खंड के गांव पातली हाजीपुर स्टेशन पर शांति पूर्व रेल रोको आंदोलन किया। जिसमें जिला गुरुग्राम व ग्रामीण आंचल के किसानों ने हिस्सा लिया। आंदोलन के दौरान किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित न हो इसके लिए एसीपी बीरसिंह, ड्यूटी मजिस्ट्रेट क्रीति नायब तहसीलदार हरसरु, थाना प्रभारी फर्रुखनगर सुरेश कुमार फौगाट, सैक्टर 37 थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह, जीआरपी गुरुग्राम इंचार्ज भूपेंद्र सिंह के नेतृत्व में जिला पुलिस पटौदी, सैक्टर 37, पटौदी, बिलासपुर , फर्रुखनगर थाने के करीब 206 जवान और जीआपी, आरपीएफ के 25 जवानों ने पहले की चाकचौंबंद सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध कर लिए थे। पुलिस ने हर स्थिति से निपटने के लिए टियर गैस, वाटर कैनन, एंटी राईट्रस व्हीकल, एम्बुलेंस तक तैनात कर रखी थी।
रेवाड़ी से दिल्ली के बीच रेलवे लाइन पर पड़ने वाले रेलवे स्टेशनों बसेई धनकोट, गढ़ी हरसरु, पातली, ताजनगर, जाटौला आदि स्टेशनों पर पुलिस की प्लाटून तैनात करके गस्त जारी रखी। इलाके के किसानों ने रेल की पटरी पर बैठकर सरकार विरोधी नारे लगाए और जमकर कोसा । गांव पातली व आसपास के ग्रामीणों ने किसानों की आवभगत के लिए पानी, चाय और पकौडे़ खिला कर उनका साथ दिया। वहीं रेल विभाग द्वारा रेलवे स्टेशन पर किसानों को पहुंचने से रोकने के लिए पटरियों पर मालगाडि़या खड़ी करवा दी। ताकि किसान स्टेशन तक न पहुंच सके। स्टेशन पर पहुंचे किसानों ने रेल के डब्बों के बीच फांसलों को चढ़कर व कूदकर स्टेशन तक कूच किया। कई किसानों को रेल के जोड़ कूदने में दिक्कत हुई तो साथियों ने उन्हें सहारा देकर धरना स्थल तक पहुंचाने में मदद की। इस मौके पर अधिवक्ता संतोख सिंह, पंडित राजबीर सैहदपुर, गजे सिंह कबलाना, चौधरी धर्मपाल गुरावलिया, ईश्वर सिंह पहलवान, कर्मबीर सिंह धनखड, सुभाष सरपंच, अटलवीर कटारिया, रामफल आदि ने कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी है। उन्होंने तीन काले कानून पारित करके किसानों को दबाने और कुचलने का कार्य किया है।